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अगर आप पहले चूक गए हैं मौका तो धनतेरस बना सकता है आपको धनवान

पीछे 8 साल में नवंबर के महीने में देखने को मिली है सोने और चांदी में गिरावट नवबर के बाद जनवरी से फरवरी में देखने को मिलती है सोने और चांदी में तेजी

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Saurabh Sharma

Nov 06, 2020

If you have missed the opportunity before, Dhanteras can make you rich

If you have missed the opportunity before, Dhanteras can make you rich

नई दिल्ली। अगर आप सोने में गिरावट के बाद आने वाली तेजी का फायदा उठाने का मौका चूक गए हैं तो इस बार का धनतेरस आपको धनवाने बनाने का मौका दे सकता है। अगर बीते 8 साल यानी 2012 से लेकर 2019 तक का आंकड़े को देखें तो नवंबर के महीने में सोने और चांदी की कीमत में गिरावट देखने को मिलती है। अगर इसी धारणा को पकड़कर चले तो इस बार भी नवंबर के महीने में सोने और चांदी की कीमत में गिरावट देखने को मिल सकती है। आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर हिस्टोरिकल आंकड़ों के हिसाब से सोने और चांदी नवंबर में गिरने के बाद उठता और संभलता है और आप कब सोने और चांदी से मुनाफा कमा सकते हैं?

नवंबर के महीने में आती है गिरावट
बीते आठ सालों के आंकड़ों के देखे को सोने की कीमत में गिरावट देखने को मिल रही है। 2019 में सोने की कीमत में 1.42 फीसदी की गिरावट थी। जबकि 2018 में सोने की कीमत में यह आंकड़ा 4.75 फीसदी का था। सोने की कीमत में सबसे ज्यादा गिरावट 2015 और 2016 में देखने को मिली थी। 2015 में सोना नवंबर के महीने में 5.40 फीसदी सस्ता हुआ था। जबकि 2016 में यह आंकड़ा 5.23 फीसदी का देखने को मिला था। 2013 में यह आंकड़ा 1.88 फीसदी का देखने को मिला था। जबकि 2011 में नवंबर के महीने में सोना 6.28 फीसदी महंगा हो गया था। इस हिसाब से 2011 से लेकर 2019 तक नवंबर के महीने में सोने के दाम में औसत गिरावट को देखें तो 1 फीसदी के आसपास है। जिससे निवेशक बड़ा फायदा उठा सकते हैं।

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2011 से नवंबर महीने में सोने और चांदी दाम कितना सस्ता

































































सालसोने के दाम तेजी या गिरावट ( फीसदी में )चांदी के दाम तेजी या गिरावट ( फीसदी में )
2011+6.28-1.61
2012-0.09+2.18
2013-1.88-8.58
2014-0.18-3.55
2015-5.40-8.25
2016-5.23-5.45
2017-0.82-3.31
2018-4.75-5.32
2019-1.42-4.83
2020--
औसत-0.98-2.28

कब उठा सकते हैं फायदा
नवंबर में खरीदें गए सोने से फायदा आप दो महीने के बाद जनवरी और फरवरी में उठा सकते हैं। आमतौर पर जनवरी और फरवरी में सोना शादियों का सीजन होने के कारण महंगा हो जाता है। अगर बीते पांच साल यानी 2016 से लेकर और 2020 तक के आंकड़ों पर गौर करें तो सोने की कीमत में 4 से 7 फीसदी तक की तेजी देखने को मिली है। 2020 में जनवरी में सोना 4,57 फीसदी महंगा हुआ था। जबकि 2019 में यह आंकड़ा 5.43फीसदी का था। 2018 में 4 फीसदी और 2018 में 5.45 फीसदी की महंगाई देखने को मिली थी।सबसे ज्यादा तेजी 2016 में जनवरी 7 और फरवरी के महीने में 11 फीसदी की तेजी देखने को मिली थी। 2011 से 2020 तक के जनवरी औसत की बात करें तो सोना 2.47 फीसदी और फरवरी में 1.78 फीसदी महंगा हुआ है।

इन दो महीनों में उठा सकते हैं सोने में फायदा

































































सालजनवरी में मुनाफा ( फीसदी में )फरवरी में मुनाफा ( फीसदी में )
2011-3.89+5.02
2012+2.74-0.45
2013-3.20-1.01
2014+3.87+2.13
2015+4.46-5.08
2016+6.85+10.79
2017+5.45+2.16
2018+3.85+0.87
2019+5.43+0.57
2020+4.57+0.97
औसत+2.47+1.78

यह महीना होता है सबसे ज्यादा मुनाफे वाला
अगर बात सबसे ज्यादा मुनाफे वाले महीने की करें तो वो अगस्त का का महीना है। 2011 से लेकर 2020 तक सोने की कीमत में औसतन 6.59 फीसदी की तेजी देखने को मिल चुकी है। 2020 और 2016 को छोड़ दिया जाए तो इन 9 सालों में सोना भागा ही है। 2011 में अगस्त के महीने में सोने की कीमत में 17.34 फीसदी की तेजी देखने को मिली थी। जबकि 2013 में यह आंकड़ा 24.35 फीसदी का देखने को मिला था। 2019 में यह आंकड़ा 10 फीसदी के आसपास था। इस दौरान सोने की डिमांड ज्यादा होने के कारण कीमत में इजाफा देखने को मिलता है।

इस महीने सबसे ज्यादा होता है मुनाफा





















































सालअगस्त में मुनाफा ( फीसदी में )
2011+17.34
2012+4.90
2013+24.35
2014+0.64
2015+7.53
2016-2.61
2017+4.16
2018+1.61
2019+9.56
2020-3.26
औसत+6.59

सोने की कीमत में रहेगी अस्थिरता
आईबीजेए के जनरल सेकेट्री सुरेंद्र मेहता के अनुसार मौजूदा समय में सोने और चांदी की कीमत में काफी अस्थिरता देखने को मिल रही हैै। बाकी सालों के मुकाबले इस बार अमरीकी चुनाव, कोरोना वायरस कई ऐसे फैक्टर हैं तो सोने और चांदी की कीमत को काफी अस्थिरता पैदा कर रहे हैं। मैं निवेशकों को सलाह देना चाहूंगा कि वो एसआईपी के तौर सोने में निवेश करें। अभी लांग टर्म में निवेश करने का कोईइ फायदा नहीं है। उन्होंने इस बात पर भी जोर देकर कहा कि वैक्सीन आने के बाद सोना इंटरनेशनल मार्केट में 1700 डॉलर प्रति ओंस के आसपास हो जाएगा।

मौजूदा समय में सोने और चांदी के दाम
अगर बात आज की करें तो भारतीय वायदा बाजार में सोने के दाम में अस्थिरता देखने को मिल रही है। आंकड़ों की बात करें तो शाम 6 बजकर 40 मिनट पर सोने की कीमत 216 रुपए प्रति ग्राम की तेजी के साथ 52271 रुपए प्रति दस ग्राम पर कारोबार कर रहा था। जबकि चांदी के दाम में भी अच्छी तेजी देखने को मिल रही है। समान समय पर चांदी वायदा बाजार में 1575 रुपए प्रति किलोग्राम की तेजी के साथ 65,828 रुपए प्रति किलोग्राम पर कारोबार कर रही है।

विदेशी बाजार में सोना और चांदी
अमरीकी बाजार कॉमेक्स पर सोना 1950 डॉलर प्रति ओंस के पार चला गया है। मौजूदा समय 4.50 डॉलर प्रति ओंस की तेजी के साथ 1951.30 डॉलर प्रति ओंस पर कारोबार कर रहा है। जबकि चांदी की कीमत में 2.50 फीसदी की तेजी देखने को मिल रही है। जिसकी वजह से चांदी के दाम 25.77 डॉलर प्रति ओंस पर पहुंच गए हैं। केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया के अनुसार सोने की कीमत में तेजी सिर्फ अमरीकी इलेक्शन ही नहीं, बल्कि यूरोपीय देशों में एक बार फिर लॉकडाउन लगना भी है। जिस कारण से सोने और चांदी की कीमम में बढ़त देखने को मिल रही है।