
ईरान की ओपेक देशों को धमकी, कहा-तेल उत्पादन को लेकर करें नियमों का पालन
नर्इ दिल्ली। कच्चे तेल के निर्यात को लेकर र्इरान अमरीकी दबाव झेल रहा है। कर्इ देशों ने र्इरान से अपने व्यापारिक संबंध या तो खत्म कर चुके हैं। या फिर खत्म करने जा रहे हैं। जिसमें भारत का नाम भी शामिल है। एेसे में र्इरान से अगर कोर्इ क्रूड आॅयल नहीं लेगा तो उसे बहुत नुकसान होगा। साथ दुनिया के बाकी देशों से भी कट जाएगा। एेसे में र्इरान ने आेपेक देशों को चेतावनी दी है कि वो तेल उत्पदान में नियमों का पालन करें। ताकि आेपेक ज्यादा तेल उत्पादन ना कर सकें। आइए आपको भी बताते हैं कि र्इरान ने आेपेक देशों को किस तरह की धमकी दी है।
उठाना पड़ेगा बड़ा खामियाजा
ईरान के पेट्रोलियम मंत्री बिजान नामदार जांगनेह ने सोमवार को कहा कि यदि पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) ने तेल उत्पादन के संदर्भ में नियमों का पालन नहीं किया तो इसका खामियाजा इसके सदस्य देशों को उठाना पड़ेगा। जांगनेह ने ओपेक अध्यक्ष सुहेल मोहम्मद अल मंजरोउ को पत्र लिखकर कहा कि यह फैसला ओपेक के 174वें सम्मेलन में फैसला किया गया था कि सदस्य निर्धारित मात्रा से अधिक तेल का उत्पादन नहीं करेंगे।
रिपोर्ट में हुआ खुलासा
ओपेक की हालिया मासिक रिपोर्ट के मुताबिक, जून 2018 में कुछ सदस्य देशों का उत्पादन स्तर उन्हें आवंटित उत्पादन स्तर से बहुत अधिक था। जांगनेह ने कहा, "यह समझौते का उल्लंघन है।" आेपेक देश निर्धारित मात्र से अधिक तेल का उत्पदान नहीं कर सकते हैं। एेसे में र्इरान इतना बौखलाया हुआ है। आपको बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सऊदी अरब से अपना तेल निर्यात बढ़ाने को कहा था।
भारत है सबसे बड़ा निर्यातक
वहीं दूसरी आेर भारत र्इरान से काफी संख्या में क्रूड आॅयल मंगाता रहा है। भारत दूसरा सबसे बड़ा आयातक देश है। एेसे में भारत पर भी काफी दबाव है। वहीं आेपेक देशों पर दबाव बनाने के लिए भारत चीन के साथ एक दूसरा संगठन गनाने की बात कर चुका है। जिसके बाद आेपेक देश आैर अमरीका इस बात से सकते में आ गए थे। अगर एेसा हुआ तो भारत जैसा बड़ा बाजार उनके कंट्रोल से बाहर हो जाएगा। अब देखने वाली बात होगी कि र्इरान की इस धमकी का क्या असर होता है।
Published on:
17 Jul 2018 10:24 am
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