
shataVARI
नई दिल्ली: कोरोना की वजह से लोगों की नौकरियां जा रही है तो वहीं दूसरी ओर लोग फिर से हर्बल और ऑर्गेनिक चीजों कीतरफ वापस आ रहे हैं ऐसे में इन चीजों की डिमांड काफी बढ़ गई है खासकर औषधीय गुणों ( Medicinal Plants ) वाली प्राकृतिक चीजों की। आयुर्वेद के अलावा अब एलोपैथ में भी कुछ दवाओं का निर्माण हर्ब्स से निकले केमिकल को यूज करके हो रहा है। यही कारण है कि इनकी मांग में बढ़ोत्तरी हुई है औऱ इसीलिए लोग फिलहाल इन चीजों से काफी कमाई कर रहे हैं । अगर आप भी रेग्युलर जॉब से अलग कोई बिजनेस करने का सोच रहे हैं तो शतावर की खेती ( shatavari crop ) आपके लिए बेहतरीन विकल्प हो सकती है। दरअसल इसकी न सिर्फ डिमांड ( shatavari in demand ) अच्छी है बल्कि बाकी चीजों की तुलना में इसकी कीमत भी काफी अच्छी है ।
कितने दिन में तैयार होगी फसल-
शतावर की फसल ( shatavari crop ) तैयार होने में डेढ़ साल यानि लगभग 18 महीने का वक्त लग जाता है। दरअसल 18 महीने में इस पौधे की जड़ बन जाती है जिसके बाद इसे सुखाना होता है। दवा की क्वालिटी जड़ पर निर्भर करती है इसीलिए इसके साथ कोई समझौता नहीं किया जाता है। यहां एक और बात ध्यान रखने वाली है कि इस जड़ को सुखाने पर ये लगभग एक तिहाई रह जाती है। यानि अगर आप 10 क्विंटल शतावरी उगाते हैं तो बेचने के वक्त ये सिर्प 3 क्विंटल ही रह जाती है। कृषि विशेषज्ञों बताते हैं कि एक एकड़ में 20 से 30 क्विंटल की पैदावार हो जाती है और मार्केट में एक क्विंटल की कीमत 50 से 60 हजार रुपए है। आपको बता दें कि एक एकड़ जमीन पर खेती कर आप 20-30 क्विंटल तक शतावरी उगा सकते हैं।
कितनी होगी कमाई- 30 क्विंटल तक की शतावरी बेचकर आप 7-8 लाख रूपए ( shatavari is profitable business ) कमा सकते हैं। जबकि इतनी शतावरी उगाने के लिए बीज और बाकी खर्चों पर आपको 50-60 हजार से ज्यादा लागत नहीं लगानी पड़ती है।
Published on:
13 Jul 2020 01:01 pm
बड़ी खबरें
View Allबाजार
कारोबार
ट्रेंडिंग
