लोकसभा में सोमवार को पेट्रोल-डीजल के दामों पर कई सांसदों ने लिखित सवाल लगाए। सरकार से इन पर लगने वाले केन्द्र व राज्यों के टैक्स का ब्यौरा मांगा गया। केन्द्र सरकार ने माना कि दो साल में उसने 4 बार टैक्स में करीब दो गुनी तक बढ़ोतरी की। कोरोना महामारी के बीच 22 अप्रेल, 2020 को क्रूड ऑयल का अंतरराष्ट्रीय बाजार में भाव 13.71 डॉलर प्रति बैरल हो गया। पिछले दस साल में सबसे महंगा क्रूड ऑयल 13 मार्च, 2012 को 125.44 डॉलर प्रति बैरल बिका था। क्रूड की गिरी कीमतों का फायदा जनता को नहीं मिला। कच्चे तेल की गिरी कीमतों का फायदा टैक्स वृद्धि के कारण आम आदमी को नहीं मिला।