टीसीएस के सीईओ राजेश गोपीनाथन के अनुसार कंपनी चुनिंदा रूप से लेटरल हायरिंग को खोल रही है, जिससे पॉजिटिव डिमांड का माहौल बना है। वैसे उन्होंने इस बात का खुलासा नहीं किया कि हायरिंग किस क्षेत्र में होगी या हायरिंग की मात्रा कितनी होगी। इससे पहले टीसीएस ने मार्च तिमाही के रिजल्ट के दौरान कोरोना वायरस की वजह से बढ़ती अनिश्चितताओं के कारण लेटरल हायरिंग को फ्रीज कर दिया था।
लेटरल हायरिंग को खोलने का कंपनी का कदम मांग में सुधार और प्रबंधन के विश्वास को दर्शाता है। आंकड़ों के अनुसार जून-तिमाही के अंत में, कंपनी के कुल कर्मचारियों में से 4,788 म होकर 4.43 लाख रह गई है। लक्कड़ के अनुसार कंपनी की बेंच नीति में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
टीसीएस की ओर से तिमाही नतीजे जारी किए हैं। कंपनी का नेट प्रॉफिट साल-दर-साल आधार पर जून तिमाही में करीब 14 फीसदी गिरकर 7008 करोड़ रुपए रहे हैं। कोरोना वायरस महामारी की वजह से कंपनी की डील और प्रोजेक्ट्स में देरी हुई है जिसका असर उसके नतीजों पर साफ नजर आ रहा है। ने 5 रुपए प्रति शेयर डिविडेंड देने का भी ऐलान किया है।