उधर, जवाहरबाग घटना के संबंध में सोमवार को अधिवक्तओं ने न्यायिक आयोग के सामने पेश होकर अपना पक्ष रखा। वकीलों ने घटना के लिए अफसरों को जिम्मेदार बताया। कहा, अगर शुरुआत में ही बाग को खाली करा दिया जाता तो ऐसे हालात पैदा ही नहीं होते। गौरतलब है कि घटना के बाद सरकार ने पूरे मामले की जांच के लिए न्यायिक आयोग का गठन किया था। पहले चरण में लोगों ने पेश होकर अपनी बात रखी थी जबकि दूसरे चरण में शपथ पत्र दिए गए थे। अब गवाही हो रही है।