
Mathura Vrindavan
Mathura-Vrindavan: वृंदावन श्रीकृष्ण की जन्म और लीलास्थली मथुरा-वृंदावन में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु रोप-वे के जरिये आराध्य बांकेबिहारी के मंदिर तक पहुंच सकेंगे। इस परियोजना की शुरुआत वृंदावन से की जाएगी। रोप-वे के बनने के बाद वृंदावन में लगने वाले जाम की समस्या से निजात मिल जाएगी। इस योजना पर 80 से 100 करोड़ रुपए प्रति किलोमीटर खर्च आने का प्रारंभिक अनुमान है।
परियोजना तीन चरणों में पूरी होगी पहले और दूसरे चरण के तहत वृंदावन और तीसरे चरण में मथुरा में विस्तार होगा। उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद ने नेशनल रोप-वे डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे मिनिस्टरी के साथ मिलकर वृहद रोप-वे का प्रस्ताव तैयार किया है। इसके लिए परिषद के सीईओ श्याम बहादुर सिंह और एनएचएलएम के सीईओ प्रकाश गौड़ सहित अन्य अधिकारियों ने निरीक्षण किया।
सीईओ ने बताया कि प्रथम चरण में यह छटीकरा मार्ग पर वैष्णो देवी मंदिर से शुरू होकर बिहारी जी मंदिर होकर दारुक पार्किंग तक जाएगा। इसके बीच चंद्रोदय मंदिर, मल्टीलेवल पार्किंग, प्रेम मंदिर, इस्कॉन मंदिर, अटल्ला चुंगी तक आठ स्टेशन बनाए जाएंगे।
रोप-वे के जरिये प्रति घंटा 1500 से 2000 व्यक्ति सफर कर सकेंगे। इस तरह प्रतिदिन करीब 12000 लोग रोप-वे के जरिये वृंदावन के विभिन्न मंदिरों तक जा सकेंगे। प्रारंभिक निरीक्षण के बाद ड्रोन सर्वे किया जाएगा। पूरी दूरी में 40 टावर बनाए जाएंगे। पहले चरण में रोप-वे की यात्रा आठ स्टेशनों से हुए 32 मिनट में पूरी होगी। इसकी स्पीड 6 मीटर प्रति सेकंड रहेगी।
Published on:
26 May 2024 08:50 am
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