
mathura
राजघरानों का इतिहास
ब्रजभूमि से राजवंश से ताल्लुक रखने वाले तमाम राजनेताओं ने अपना भाग्य आजमाया है। इनमें से तीन राजवंशी ही राजपाट पाने में सफल हुए। पाँच राजवंशी सफल नहीं हो पाये । स्वतंत्र भारत के पहले लोकसभा चुनाव से ही यहाँ पर राजघरानों ने अपना भाग्य आजमाना शुरू कर दिया। पहले चुनाव के दौरान ही मुरसान के हाथरस राजघराने के राजा महेंद्र प्रताप ने 1951 में निर्दलीय चुनाव लड़ा था, लेकिन वो हार गए। दूसरी बार 1957 में एक बार फिर चुनाव मैदान में भाग्य आजमाने के लिए कूद गए। इस बार ब्रजवासियों ने उन पर भरोसा जताया और जीत का ताज राजा साहब के सिर सज गया। इस चुनाव ने राजा महेंद्र प्रताप ने कांग्रेस के चौधरी दिग़म्बर सिंह को हराया था। 1962 में हुए तीसरे चुनाव में राजा महेंद्र प्रताप हारे और चौधरी दिगंबर सिंह जीते। 1969 के उपचुनाव में मथुरा से भरतपुर की रियासत से ताल्लुख रखने वाले राजा बच्चू सिंह चुनाव मैदान में उतरे। उन्हें दिगंबर सिंह ने हरा दिया। 1984 में हुए चुनाव में कांग्रेस की सहानभूति के कारण मथुरा से कांग्रेस की टिकट पर अवागढ़ राजघराने से संबंध रखने बाले कुंवर मानवेन्द्र सिंह चुनाव लड़े और जीते । दूसरी बार फिर 1989 के आम चुनाव में कुँवर मानवेंद्र सिंह जनता दल के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे। राजघराने से ताल्लुक रखने वाले पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह को पराजित किया था। 1991 में हुए चुनाव के दौरान भरतपुर के राजा विश्वेन्द्र सिंह को भाजपा के सच्चिदानंद साक्षी ने करीब डेढ़ लाख वोटों से हराया था। 1998 के हुए चुनाव में कुंवर मानवेन्द्र सिंह ने तीसरी बार भाग्य आजमाया लेकिन भाजपा के तेजवीर सिंह ने हरा दिया था। 2004 के लोकसभा चुनाव में एक बार फिर मानवेन्द्र सिंह कांग्रेस की टिकट पर लड़े और जीते । 2009 के चुनाव में कांग्रेस के ही टिकट पर पांचवी बार मथुरा से चुनाव लड़ा लेकिन रालोद और भाजपा के गठबंधन प्रत्याशी रहे जयंत चौधरी ने उन्हें हरा दिया। 16 वीं लोकसभा के आम चुनाव में रालोद का गठबंधन कांग्रेस से हुआ लेकिन भाजपा से चुनाव मैदान में उतरी हेमा मालनी ने उन्हें करारी हार दी और हेमा यहाँ से रिकॉर्ड मतों से जीत कर संसद पहुंची।
शहर के चुनावी मुद्दे
मथुरा लोकसभा क्षेत्र में प्रमुख रोजगार के साधनों का अभाव काफी लम्बे समय से मथुरा में कोई बड़ी इण्डस्ट्री नहीं बनी। रोजगार के कोई नए संसाधन नहीं है। यमुना प्रदूषण, यातायात के पर्याप्त साधनों का अभाव, अपराध, खराब सड़कें , खारे पानी की समस्या, जाम का झाम।
पिछले 5 लोकसभा चुनाव में कौन जीता और किस पार्टी का था
1 .चौधरी तेजवीर सिंह भाजपा 1998
2. चौधरी तेजवीर सिंह भाजपा 1999
3. मानवेन्द्र सिंह कांग्रेस 2004
4. जयंत चौधरी रालोद+भाजपा 2009
5. हेमा मालनी (भाजपा) 2014
जितना पैसा मिल उतना खर्च हुआ
मथुरा के सीडीओ राम नेवास ने सांसद निधि द्वारा कराए गए विकास कार्यों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सांसद निधि में 17 करोड़ पचास लाख रुपया आया और कुछ दिन बाद ढाई करोड रुपए और आया है जो विकास कार्यों में खर्च किया गया है। कुल मिलाकर 20 करोड रुपए सांसद निधि के द्वारा मथुरा के विकास के लिए आए थे ।
दावे होते हैं, काम नहीं
आरसीए गर्ल्स डिग्री कॉलेज की प्रोफ़ेसर नीतू गोस्वामी और सीमा शर्मा से बात की तो उन्होंने बताया कि वादे तो बहुत किए जाते हैं, लेकिन धरातल पर काम नहीं किया जाता। जो विकास तीर्थस्थल के रूप में होना चाहिए था वह विकास अभी तक तो यहां मथुरा में दिखाई नहीं देता। केन्द्र सरकार को 5 साल पूरे होने जा रहे हैं। अब कितना विकास हुआ कहां हुआ यह तो सांसद ही जानें। धरातल पर कोई विकास नहीं हुआ ।
महिला सुरक्षा के दावे फेल
महिला सुरक्षा को लेकर आरसीए कॉलेज की छात्राओं से जब बात की उन्होंने बताया कि कुछ समय तक तो यहां एंटी रोमियो स्क्वायड दिखाई दिया, लेकिन अब वह भी नहीं दिखाई देता है। पूजा और ललित नाम की छात्रा ने बताया कि सुरक्षा केवल तीन महीनों तक रही उसके बाद सुरक्षा नहीं रही। छात्रों के लिए ऐसा कुछ नहीं किया गया, जिससे धरातल पर कुछ दिखाई दे। छात्राओं का यह भी कहना है कि अगर आरक्षण हटा दिया जाए और सामान सभी को कर दिया जाए तो जो लोग पढ़ाई में मेहनत करते हैं वह आगे बढ़ पाएंगे आरक्षण की वजह से जो पढ़ाई करने वाले हैं, वह पीछे रह जाते हैं ।
ज्यादातर स्कूलों में आरओ प्लांट ख़राब पड़े
पत्रकार योगेंद्र से जब हेमा मालिनी के कार्यकाल के बारे में उनकी राय लेनी चाही तो उन्होंने बताया कि हेमा मालिनी ने 2 गांव गोद लिए और जिनमें से एक गांव की स्थिति बद से बदतर है। सांसद निधि से स्कूलों में जो आरओ प्लांट लगवाए गए, वह ज्यादातर खराब पड़े हुए हैं। उनकी देखरेख करने वाला कोई नहीं है ।
शौचालय बदहाल अवस्था में
पूर्व माध्यमिक विद्यालय रावण की महिला टीचर से जब स्कूल में विकास कार्यों की बात की तो उन्होंने बताया कि सांसद निधि से कुछ ही काम हो पाए हैं और बाकी का काम लटका पड़ा है। फर्श टूटा हुआ है दीवारों में पपड़ी आ गई है। छत जर्जर हो रही है। कई बार छत का प्लास्टर टूटकर गिर पड़ा है। पानी की व्यवस्था सही नहीं है। शौचालय बदहाल स्थिति में है। गेट टूटा हुआ है ।
भाजपा की खाओ पीओ डकारने की नीति
रावल के रहने वाले गुलाब और मुनेश कुमार ने बताया यहां कोई व्यवस्था नहीं है पानी पीने के लिए सही तरीके से आता नहीं है। सड़कों की स्थिति आप देख ही रहे हैं। बारिश के समय यह रास्ता बंद हो जाता है। यहां से निकलना मुश्किल हो जाता है। गिरते हुए मरते हुए इस रास्ते से बारिश में निकलते हैं। स्वच्छ भारत अभियान पर भी जमकर पलीता लगाया जा रहा है।हां पड़ोसी ही पड़ोसी के घर के सामने कूड़ा फेंक देता है। भाजपा की खाओ पियो और डकारों की नीति रही है। जीएसटी लगाकर और नोटबंदी कर कर लोगों को केवल परेशानी ही दी है और कुछ नहीं दिया ।
हेमा अपनी एक्टिंग में बिजी, मथुरा के लिए नहीं टाइम
आरएलडी के प्रदेश सचिव नरेंद्र सिंह का कहना है कि भाजपा की सांसद हेमा मालिनी अपनी एक्टिंग में बिजी हैं। मथुरा के लिए उन्हें टाइम नहीं मिला है। ऐसा कोई कार्य नहीं दिखाई देता, जिससे यह कहा जा सके कि उन्होंने विकास कार्य कराया है ।
काम किए नहीं तो डिस्प्ले कहां होंगे
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी मथुरा के महासचिव सत्येंद्र सिंह ने कहा कि भाजपा प्रचारवादी पार्टी है। उनके द्वारा कराए गए कामों का कभी डिस्प्ले नहीं होता। जब काम कराए ही नहीं जाएंगे तो डिस्प्ले क्या होगा और जनता के बीच कैसे काम दिखाए जाएंगे ।
10 में से 0 नम्बर
समाजवादी पार्टी की मथुरा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष साधना शर्मा ने सांसद हेमा द्वारा कराए गए कार्यों के बारे में बताया कि उन्होंने काम कराया ही कहां है । सांसद हेमा को 10 में से जीरो नंबर देते हैं। नेता वह होता है जो जनता के दुख और सुख में शामिल रहे ।
कब आती जाती है पता नहीं
समाजवादी पार्टी के नेता जागेश्वर यादव से मथुरा के विकास कार्य और सांसद हेमा के कार्यकाल के बारे में पत्रिका टीम ने बात की। उन्होंने बताया कि हमने उन्हें अपने क्षेत्र में तो देखा नहीं है। वे कब आती हैं और कब चली जाती हैं, कोई पता नहीं रहता।
मथुरा के विकास कार्यों में हेमा का अहम योगदान
सांसद हेमा के विकास कार्यों के बारे में बीजेपी नेता मुकेश ठाकुर से जब बात की गई उन्होंने बताया कि हेमा द्वारा बहुत विकास कार्य कराए गए हैं। हम संतुष्ट हैं उनके विकास कार्य से। बिजली का काम हो या सड़क का काम हो या पानी का हो उन्होंने बहुत काम कर आए हैं । सबसे बड़ा पार्क हेमा जी बनवा रही हैं। हेमा मालिनी का मथुरा के विकास कार्यों में अहम योगदान रहा है।
Published on:
13 Jan 2019 11:22 am
बड़ी खबरें
View Allमथुरा
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
