
जन्माष्टमी के अवसर पर वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर (Banke Bihari Temple) में हुए हादसे की जांच लगातार जारी है। योगी सरकार (Yogi Government) ने हादसे की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया था। जिसकी कमान पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह (Former DGP Sulkhan Singh) को दी गई है। इसी कड़ी में पूर्व डीजीपी और कमिश्नर अलीगढ़ गौरव दयाल (Commissioner Aligarh Gaurav Dayal) ने मंगलवार को मथुरा के डीएम नवनीत सिंह चहल (DM Navneet Singh Chahal) और एसएसपी अभिषेक यादव (SSP Abhishek Yadav) के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। वहीं जांच समिति ने डीएम और एसएसपी से इसका रिकॉर्ड भी तलब किया है कि मंदिर में पूर्व में क्या व्यवस्थाएं थीं, क्या-क्या ऑर्ड जारी हुए थे। साथ ही पुरानी घटनाओं को लेकर जानकारी ली गई। माना जा रहा है कि जांच समिति बुधवार यानी आज अपनी रिपोर्ट शासन को सौंप सकती है।
कई अहम बिंदुओं पर उल्लेख किया
बता दें कि बांके बिहारी मंदिर में हुए हादसा प्रकरण की जांच के लिए गठित जांच समिति मंगलवार को मथुरा पहुंची। दो सदस्यीय जांच समिति के अध्यक्ष पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह और कमिश्नर अलीगढ़ गौरव दयाल ने यहां जांच को आगे बढ़ाया। जिसके बाद डीएम नवनीत सिंह चहल और एसएसपी अभिषेक यादव ने जांच समिति के समक्ष पूर्व में हुए प्रकरण को लेकर तथ्य सामने रखे। इस दौरान जांच समिति ने कई अहम बिंदुओं पर उल्लेख किया। साथ ही डीएम और एसएसपी से मंदिर की व्यवस्थाओं, आवागमन, प्रवेश-निकासी, श्रद्धालुओं की सुरक्षा, यातायात आदि को बेहतर करने के लिए क्या क्या आदेश जारी किए गए, इसका रिकॉर्ड लिया।
पूर्व में हुए हादसों की ली जानकारी
अपनी जांच के दौरान समिति ने यह भी जाना कि पूर्व में मंदिर में कौन.कौन सी घटनांए हो चुकी हैं। कितने हादसे और कितनी आपराधिक घटनाएं हुईं थी। इस दौरान पीडब्लूडी गेस्टहाउस में सीएमओ डॉ. अजय कुमार वर्मा भी पहुंचे थे। हालांकि समिति ने उनको पूछताछ या बयान के लिए नहीं बुलाया। बता दें कि पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह मथुरा में काफी समय से हैं और वहां रहकर जांच रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं। उनका कहना है कि सभी के बयान दर्ज हो चुके हैं। जांच समिति भी मंदिर और आसपास के एरिया का निरीक्षण कर चुकी है। सभी तथ्यों को समझ लिया है। बुधवार यानी आज वह शासन को रिपोर्ट सौंप सकते हैं।
Published on:
07 Sept 2022 10:20 am
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