यह कार्य ट्रेज़री विभाग द्वारा एडीएम सत्यप्रिय सिंह के नेतृत्व में संपन्न हुआ। भू–राजस्व रजिस्ट्रेशन में ऑनलाइन स्टांप को बढ़ावा देने और पुराने स्टांप को अमान्य घोषित किए जाने के बाद इन्हें खुले मैदान में आग के हवाले कर नष्ट किया गया।
डिजिटल इंडिया और पारदर्शिता अभियान के तहत एक बड़ा निर्णय लेते हुए 31 मार्च 2025 से पेपर स्टांप के चलन को समाप्त कर दिया गया है। इसी क्रम में मऊ जिले के कलेक्ट्रेट परिसर में मंगलवार को 41 करोड़ 98 लाख 25 हजार रुपये मूल्य के पुराने पेपर स्टांप को आधिकारिक रूप से नष्ट कर दिया गया।
मऊ•May 14, 2025 / 09:04 pm•
Abhishek Singh
Hindi News / Mau / मऊ में 42 करोड़ के स्टांप जलाए गए, पारदर्शिता की दिशा में बड़ा कदम सरकार ने बंद किया पेपर स्टांप का चलन