कैशलेस के जमाने में बुधवार को दीपावली के दिन सुबह से ही लोक जेब में रुपये को लेकर परेशान दिखे। धनतेरस पर ज्यादातर लोगों की जेबे खाली हुई तो लोगों ने सोचा कि दीपावली के दिन सुबह कैश निकाल लिया जाएगा। लेकिन दीपावली की सुबह मेरठ शहर के एटीएम ने धोखा दे दिया। धनतेहरस की खरीदारी में लोगों ने जमकर खर्च किया। जब दीपावली की बारी आई तो एटीएम धोखा दे गए। लोगों ने बुधवार की सुबह जब एटीएम का रुख किया तो वे खाली मिले।
गौरतलब है कि दीपावली के मौके पर बैंकों में लगातार पांच दिन तक अवकाश है। यानी बैंक अब 12 नवंबर को खुलेंगे। ऐसे में एटीएम में भी कैश न होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की ओर से निर्देश हैं कि बैंक छुट्टी में भी एटीएम को कैशलेस नहीं होने देंगे। लेकिन मेरठ में आरबीआई के ये निर्देश खोखले साबित हुए। मेरठ के शास्त्रीनगर, आबूलेन, बेगमपुल, सदर, साकेत, थापरनगर आदि में लगे एटीएम बुधवार से शोपीस बने हुए हैं।
बताया जाता है कि बैंकों ने अवकाश को देखते हुए एटीएम में कैश डालने वाली सभी एजेंसियों को अलर्ट कर दिया था, लेकिन कैश डालने वाली एजेंसी के कर्मचारियों के भी अवकाश पर चले जाने की वजह से परेशानी आ रही है। ओबीसी , यूनियन बैंक, पीएनबी, सेंट्रल बैंक, विजया बैंक, एसबीआई आदि बैंकों के एटीएम गुरुवार को भी कैशलेस ही रहे। लोग एक एटीएम से दूसरे एटीएम पर चक्कर काटते दिखे।
एसबीआई कैंट के एजीएम संजय सिंह के अनुसार छुट्टी के कारण हो सकता है कि किसी बैंक के एटीएम में कैश की किल्लत हो, लेकिन वह भी दो-तीन घंटे से अधिक नहीं हो पाती है। कैश सप्लाई करने वाली एजेंसी से इस संबंध में बात की जाएगी। सभी बैंक के एटीएम में टोल फ्री नंबर लिखा होता है। उसमें फोन करके भी कैश न होने की शिकायत दर्ज की जा सकती है।