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इस 17 साल के लड़के ने दुल्हन को शादी के दिन दिया ऐसा गिफ्ट, जानकर रह जायेंगे दंग

पुलिस को 17 साल के नाबालिग शातिर को ढूंढ़ने में छूट रहे पसीने  

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मेरठ। 27 अप्रैल को दिल्ली-देहरादून हाइवे पर गांव मटौर के पास निकाह के बाद अपनी सुसराल जा रही दुल्हन महविश की गोली मारकर हत्या आैर लूटपाट मामले में तीन बदमाशों को पकड़ा जा चुका है, तो तीन अभी फरार चल रहे हैं। फरार होने वालों में 17 साल का नाबालिग शातिर हिमांशु उर्फ नरसी भी शामिल है, जिसने इस घटना को अंजाम देने में मुख्य भूमिका निभायी आैर दुल्हन की गोली मारकर हत्या के बाद लूटपाट करके फरार हो गया था। इसके दो साथी धीरज आैर सूरज इसी के साथ बताए जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि इनके गाजियबाद इलाके में छिपे होने के संकेत मिले हैं आैर जल्दी ही इन्हें पकड़ लिया जाएगा। 27 अप्रैल को मुजफ्फरनगर निवासी शाहजेब गाजियाबाद के गांव नाहल मसूरी से दुल्हन महविश से निकाह करने के बाद अपने घर लौट रहा था। मेरठ के गांव मटौर में हाइवे पर बदमाशों ने दुल्हन की गोली मारकर हत्या आैर लूटपाट की थी।

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17 साल के शातिर पर 17 मुकदमें

मेरठ की बाल संप्रेक्षण गृह जहां पर हर दूसरे दिन बवाल होता रहता था। बच्चा जेल में बवाल होने के बाद पुलिस भी वहां पर घुसने से डरती थी। बाल संप्रेक्षण गृह में बंद बवाल का आरोपी और कोई नहीं हाइवे पर दुल्हन को गोली मारने का आरोपी हिमांशु उर्फ नरसी था। इस उम्र में भी उसका खौफ मेरठ, मुजफ्फरनगर और गाजियाबाद क्षेत्रों में है। 17 साल की उम्र में ही हिमांशु पर हत्या, लूट, चोरी और जानलेवा हमले के करीब 17 मुकदमें दर्ज हो चुके हैं।

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2014 में कर चुका है कांस्टेबल की हत्या

बाल संप्रेक्षण गृह में जब हिमांशु 2014 में बंद था, उस समय उसने वहां पर बंद बच्चों के साथ बवाल किया था। जिसमें उसने अपने साथियों के साथ मिलकर एक कांस्टेबल ओमकार सिंह की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। इसके बाद 2015 में भी बाल संप्रेक्षण गृह से पेशी पर जाते समय कांस्टेबल को गोली मारकर फरार हो गया था। उस समय बाल संप्रेक्षण गृह की सुरक्षा व्यवस्था पर भी प्रश्न उठे थे कि उसके पास तमंचा कहां से आया, लेकिन उस दौरान भी मामला दर्ज कर यह पता लगाने का कोई प्रयास नहीं किया गया। तब से अब तक उसने अपराध की दुनिया में अपने कदम ऐसे जमाए कि फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। आज भी पुलिस उसे तलाश रही है लेकिन उसका कुछ पता नहीं है। मोदीनगर निवासी इस शातिर अपराधी का इतिहास इस छोटी सी उम्र में इतना बड़ा हो गया है कि खुद उसको पकड़ने के लिए एडीजी प्रशांत कुमार ने चेतावनी दे डाली। पुलिस सूत्रों का मानना है कि हिमांशु उर्फ नरसी अपने साथियों धीरज व सूरज के साथ गाजियाबाद में ही कहीं छुपा हुआ है। उसे पकड़ने के लिए पुलिस की टीम गाजियाबाद में डेरा डाले हुए हैं।

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