
सेना में भर्ती के नाम फर्जीवाड़ा आया सामने, छह-छह लाख रुपये में दे दिए युवकों को नियुक्ति पत्र
मेरठ। मथुरा के करीब एक दर्जन युवकों को सेना में भर्ती का काॅल लेटर मिला। उनसे सैन्य मुख्यालय में नौकरी ज्वाइन करने के लिए कहा गया था। युवक जब सैन्य मुख्यालय पहुंचे और वहां पर तैनात अधिकारियों को काॅल लेटर दिखाया तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। सभी युवकों के काॅल लेटर फर्जी थे। सेना के अधिकारियों ने युवकों को वहीं पर बैठा लिया। जब युवकों ने अपनी हकीकत बताई तो सेना अधिकारियों ने उनको छोड़ दिया। मथुरा के युवकों ने सेना में भर्ती कराने के नाम पर छह-छह लाख रूपये लिए गए थे। ये रुपये मेरठ के कुख्यात आदेश गुर्जर ने लिए थे, जो कि सेना में भर्ती के नाम पर फर्जीवाड़ा करता है। वह देश के कई राज्यों में होने वाली सेना भर्ती में सेंधमारी कर चुका है। इस पूरे प्रकरण से कुख्यात आदेश गुर्जर एक बार फिर से मेरठ पुलिस की गिरफ्त में आया है। दरअसल, गंगानगर पुलिस ने एक शिकायत पर कार्रवार्इ करते हुए आदेश को उसके दो साथियों सहित गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से भारी मात्रा में फर्जी दस्तावेज भी बरामद हुए हैं।
ये है मामला
दरअसल, मथुरा के लाढ़पुर गांव के निवासी किशन ने गंगानगर थाने में आदेश और उसके साथियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पीड़ित का आरोप था कि सेना में भर्ती कराने के नाम पर आदेश ने उसके साहित उसके गांव के करीब एक दर्जन से अधिक ग्रामीणों से छह-छह लाख की रकम वसूलकर उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिया। मामले की पोल तब खुली जब नौकरी के लिए चुने गए युवक सैन्य मुख्यालय में फर्जी नियुक्त पत्र लेकर पहुंच गए। पोल खुलने पर बेकसूर युवकों ने सैन्य अधिकारियों को सच्चाई बताई इसके बाद उनको वहां से निकलने दिया गया। आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आदेश गुर्जर व उसके साथी अंकित और अशोक को गिरफ्तार कर लिया। बताते चलें कि कुख्यात आदेश सेना भर्ती में दलाली के चलते पहले भी कई बार जेल जा चुका है।
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Published on:
21 Apr 2019 12:01 am
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