8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

होंडा सिटी से ससुराल जा रहे युवक की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत, बेटा और भांजा भी लड़ रहे हैं मौत से जंग

होंडा सिटी और महेन्द्रा पिकअप वैन में आमने सामने की जबर्दस्त भिड़ंत

2 min read
Google source verification

मेरठ

image

Iftekhar Ahmed

Jun 13, 2018

road accident

होंडा सिटी से ससुराल जा रहे युवक की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत, बेटा और भांजा भी लड़ रहा है मौत से जंग

मेरठ. किठौर थाना क्षेत्र में देर रात एक होंडा सिटी कार और महेन्द्रा पिकअप वैन के बीच जबरदस्त भिड़ंत हो गई। इस भिड़ंत में दोनों वाहनों के परखच्चे उड़ गए। भिड़ंत के दौरान जोरदार धमाका हुआ, जिससे सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंच गए। हादसे में कार सवार एक युवक की मौत हो गई। वहीं, दोनों वाहनों में सवार सात लोग घायल हो गए।

यह भी पढ़ें-नोएडा में बड़ा हमलाः ब्लेड और चाकू से वार कर आधा दर्जन लोगों को किया गया घायल

जानकारी के अनुसार नोएडा के सूरजपुर थाना क्षेत्र के पाली गांव निवासी सुनील कुमार गुर्जर (38) पुत्र नेपाल गुर्जर किठौर के हसनपुर कलां स्थित अपनी ससुराल जा रहा था। होंडा सिटी कार में सुनील के साथ उसका पुत्र शिवा (16) और भांजा सनी (20) के अलावा पुत्र रवि भी थे। उसकी कार करीब 100 किमी की स्पीड से दौड़ रही थी। शोल्दा के निकट उनकी कार मेरठ की ओर से आ रही एक महेन्द्रा पिकअप वैन से जा भिड़ी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों गाड़ियां के परखच्चे उड़ गए। हादसे के बाद दोनों गाड़ियों में फंसे घायलों में कोहराम मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने होंडा सिटी सवार सुनील, शिवा और सनी सहित पिकअप वैन में सवार अमजार पुत्र हबीब, सलीम पुत्र उमर, दिलशाद पुत्र अलीशेर, मौ समद पुत्र खालिद और तारिक पुत्र अतीक को अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में सुनील को मृत घोषित कर दिया गया। वहीं, शिवा और सनी की हालत गंभीर बनी है। जबकि पिकअप सवार सभी लोग मामूली रूप से घायल हुए हैं। इस मामले में मृतक सुनील की पत्नी के जगवीर पुत्र उदयवीर निवासी हसनपुर कलां ने पिकअप वैन के चालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।

यह भी पढ़ें-एसएसपी ऑफिस में खुलेआम युवती ने किया ये काम, पुलिस वालों के फूले हाथ-पांव

दरअसल, मेरठ के गढ रोड पर प्रतिदिन हादसे हो रहे हैं। इन हादसों में किसी न किसी की मौत हो जाती है। डिवाइडर न होने और सड़क की चैड़ाई कम होने होने के कारण भी हादसों की संख्या में बढोतरी हुई है। वाहन चालक अपनी रफ्तार काबू में रखते नहीं है, जिससे हादसे का शिकार हो जाते हैं।