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आस्था हत्याकांड : फौजी पिता ने रचा था शव ठिकाने लगाने का षड्यंत्र, मां ने हत्या करने के बाद किया था फोन

Aastha Murder Case : मेरठ एक छात्रा की हत्या कर दी गई। हत्या करने के बाद छात्रा के सिर को धड़ से अलग कर दिया। इसके बाद धड़ को एक रजबहे में बहा दिया। सिर को एक नहर में फेंक दिया। छात्रा के शव को ठिकाने लगाने की पूरी प्लानिंग फौजी पिता ने की थी।

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Aastha Murder Case : आस्था मर्डर मामले में पुलिस ने नया खुलासा किया है। पुलिस ने बताया कि आस्था कि हत्या के बाद उसकी मां ने अपने फौजी पति को फोन किया था। फौजी पिता ने ही बेटी के शव को ठिकाने लगाने का षड्यंत्र रचा था। फौजी पिता CRPF में छत्तीसगढ़ में तैनात है।

यूपी के मेरठ में एक 12वीं की छात्रा की हत्या का मामला सामने आया। पुलिस को रजबहे में एक छात्रा का शव मिला। शव में सिर्फ धड़ था, उसका सिर नहीं था। सिर न होने की वजह से पुलिस को पहचान करने में समस्या आने वाली थी, क्योंकि अब तक कोई लापता का केस भी नहीं दर्ज था। लेकिन, छात्रा के सलवार में पुलिस को एक पर्ची मिली। इस पर्ची ने पुलिस का सारा काम आसान कर दिया। उस पर्ची में एक नंबर लिखा था। शायद छात्रा को कुछ अनहोनी की आशंका थी। इसलिए उसने यह पर्ची अपनी जेब में रखी। पर्ची में नंबर मिलने पर पुलिस ने उस पर फोन किया। यह नंबर एक किशोर का था, जो कि आस्था का दोस्त था। उसी ने आस्था के शव की पहचान की।

मामला मेरठ जिले के दरौला के दादरी गांव का है। यहां 12वीं में पढ़ने वाली छात्रा आस्था की हत्या की गई। बताया जा रहा कि आस्था अपने दोस्त से बुधवार को करीब दोपहर एक बजे बात कर रही थी। इस दौरान उसकी मां ने उससे मोबाइल छीन लिया। छात्रा और उसकी मां के बीच हाथापाई हुई। इसी दौरान मां ने बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी। आस्था की उम्र 17 साल थी।

महरौली निवासी मामा कमल सिंह, समर सिंह, ममेरे भाई मंजीत उर्फ मोनू पुत्र कमल सिंह, मौसेरे भाई गौरव निवासी लडपुरा हापुड़ ने दरांती से गर्दन काटकर धड़ को बहादरपुर रजबहे और कटे हुए सिर को जानी गंगनहर में फेंक दिया था। पुलिस ने मां, दोनों मामा और ममेरे भाई को शुक्रवार शाम कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। इस मामले में 14 साल के एक नाबालिग को भी पकड़कर बाल सुधारगृह भेजा गया है।

दो मामा, ममेरे भाई और मौसरे भाई ने की हत्या

मां ने बेटी की बात अपने भाई और भतीजों से बताई। वह भी कार से महरौली गांव से दादरी पहुंचे। ममेरे भाई, दो मामा और मौसेरे भाई ने आस्था का शव ठिकाने लगाने की योजना बनाई। मां ने किशोरी का गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद ममेरे भाई और मौसरे भाई ने छात्रा का सिर काटकर धड़ परतापुर के बहादरपुर रजबहे में फेंक दिया।

दरांती और कार बरामद पर नहीं मिला आस्था का धड़

इस हत्याकांड में शामिल मौसेरे भाई गौरव की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है। वहीं, छात्रा आस्था का कटा हुआ सिर अभी नहीं मिला है। पुलिस की दो टीम गंगनहर में कटे हुए सिर को तलाश रही हैं। पुलिस ने हत्यारोपियों के कब्जे से गर्दन काटने में प्रयुक्त की गई दरांती, शव को फेंकने में प्रयोग की गई स्विफ्ट डिजायर कार को बरामद किया है। घटना के संबंध में बहादरपुर ग्राम प्रधान अमित कुमार की ओर से परतापुर थाने पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया गया है।

कटे हुए सिर की तलाश जारी

आस्था की मां, मामा और ममेरे भाई से पुलिस की पूछताछ के बाद एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने यह खुलासा किया। हिरासत में ममेरे भाई मंजीत उर्फ मोनू की निशानदेही पर आस्था के कटे हुए सिर की तलाश बृहस्पतिवार देर रात तक जारी रही। एसपी सिटी, एएसपी ब्रह्मपुरी, परतापुर थाना पुलिस की टीमें कई जगहों पर जुटी रही। पुलिस की एक टीम मोनू को साथ लेकर जानी गंग नहर में पहुंची।

3 भाई-बहनों में सबसे बड़ी थी आस्था

आस्था तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ी थी। आस्था ने 12वीं क्लास की पढ़ाई कर रही थी। दो छोटे भाई 14 और 11 साल के हैं। छात्रा ने सकौती के सूरजमल स्कूल से कक्षा 11वीं की पढ़ाई करने के बाद कक्षा 12 में प्रवेश लिया था। यहीं उसकी दोस्त से मुलाकात भी होती थी और इसके बाद दोनों की बात होने लगी।

इंस्टाग्राम पर हुई थी दोनों की दोस्ती

एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि इंस्टाग्राम से आस्था की दोस्ती एक किशोर से हुई थी। दोनों अक्सर बात करते और मिलते थे। इसकी जानकारी होने पर बुधवार को मां राकेश देवी ने छात्रा की गला दबाकर कर दी। बाद में उसने मायके वालों को इसकी जानकारी दी। बुधवार रात को आस्था के दोनों मामा, ममेरे भाई और मौसेरे भाई कार में शव को डालकर ले गए। महरौली के जंगल में ले जाकर छात्रा की गर्दन दरांती से काटकर धड़ को बहादरपुर रजबहे में और कटे हुए सिर को जानी गंगनहर में फेंक दिया था। गुरुवार सुबह छात्रा की सिर कटी लाश मिल गई।

पिता रमेश को भी आरोपी बनाया

पुलिस ने छात्रा के पिता रमेश को भी हत्याकांड में साजिश रचने का आरोपी बनाया है। सीआरपीएफ का जवान रमेश छत्तीसगढ़ में तैनात है। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि छात्रा की हत्या करके मां राकेश देवी ने अपने पति रमेश को इसकी जानकारी दी थी। उसने पुलिस को सूचना देने के बजाए शव को ठिकाने लगवाने का षड़यंत्र रचा है। उसे भी वांछित घोषित किया है।

एसएसपी विपिन ताडा के मुतबिक छात्रा की एक किशोर से दोस्ती थी। इसके विरोध में परिजनों ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया। मां ने किशोरी का गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद ममेरे भाई और मौसरे भाई ने छात्रा का सिर काटकर धड़ रजबहे में फेंक दिया।