
नवविवाहिता का अपहरण, धर्म परिवर्तन के बाद निकाह, योगी की पुलिस कुछ नहीं कर पा रही इसके खिलाफ
मेरठ। परीक्षितगढ़ से नवविवाहिता का अपहरण कर उससे विवाह करने वाला हिस्ट्रीशीटर शहजाद पुलिस गिरफ्त से दूर है। पुलिस उसके राजनैतिक संरक्षण की जानकारी होने के बाद भी कुछ नहीं कर रही है। करीब डेढ़ माह से नवविवाहिता को लेकर फरार हिस्ट्रीशीटर अपने राजनैतिक रसूख के चलते ही बचता फिर रहा है। वह रोज अपना फेसबुक स्टेटस अपडेट कर रहा है और मोबाइल सिम बदलकर वाट्सअप कालिंग के जरिये अपने संरक्षणदाताओं से बात कर रहा है। पुलिस के लिए सिरदर्द बने शहजाद की धरपकड़ के लिए अब एसटीएफ को लगाया गया है। पुलिस का सर्विलांस सिस्टम भी शहजाद के नेटवर्क के आगे फेल हो चुका है।
यह है मामला
किला परीक्षितगढ़ थाने का हिस्ट्रीशीटर क्षेत्र के गांव ऐतमाद्पुर निवासी नवविवाहिता का अपहरण करीब डेढ़ महीने पहले उस समय कर लिया था जब वह अपने ससुराल जा रही थी। इस मामले में परिजनों ने शहजाद को नामजद किया था। मामले को लेकर क्षेत्र में पंचायत भी हुई थी। जिसमें थाना परिक्षितगढ़ के खिलाफ लोगों में आक्रोश था। मौके पर पहुंचे एसपी देहात से लोगों ने यहां तक कह दिया था क्षेत्र में शहजाद का जबरदस्त आतंक है। उसको पुलिस का संरक्षण प्राप्त है, लेकिन नवविवाहिता के अपहरण के करीब 45 दिन बाद भी आरोपी शहजाद पुलिस गिरफ्त से दूर है। पुलिस की छानबीन में खुलासा हुआ है कि उसे बसपा के दो पूर्व विधायकों का संरक्षण प्राप्त है। इनमें से एक विधायक की मेयर पत्नी सुनीता के साथ हिस्ट्रीशीटर की फोटो भी वायरल (देखें फोटो) हो रही है। पुलिस से बचने के लिए वह रोज नए नंबर और मोबाइल बदल रहा है। वह फोन पर बात नहीं कर रहा वह वाट्सअप मैसेज और वाट्सअप कालिंग कर रहा है।
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भाजपा नेताओं की शिकायत पर संज्ञान लिया
मामले की शिकायत मुख्यमंत्री और भाजपा के बड़े पदाधिकारियों से करने पर शासन सख्त हो गया है। पुलिस के आलाधिकारियों से सीधे कह दिया गया है कि शहजाद किसी भी कीमत में सलाखों के पीछे होना चाहिए। एडीजे प्रतिदिन पूरे प्रकरण की जानकारी लेकर शासन को अवगत करा रहे हैं।
Published on:
23 May 2018 12:27 pm
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