यह भी पढ़ेंः दरोगा आैर महिला अधिवक्ता के दूसरे वीडियो से फैल गर्इ सनसनी, भाजपा पार्षद की मारपीट से पहले इस हालत में रेस्टोरेंट में बैठे थे दोनों पहले चंडीगढ़ अब लखनऊ सेना की ओर से मामले की जांच को आगे बढ़ाने के साथ ही कंचन सिंह को पूछताछ के लिए पहले चंडीगढ़ स्थित कमान मुख्यालय भेज दिया गया था। कमान स्तर पर गठित जांच टीम अब कंचन से चंडीगढ़ में ही पूछताछ की थी। मेरठ से मिले जांच रिपोर्ट में सभी अहम सुराग और दस्तावेजों के आधार पर आगे की जांच को विस्तृत रूप दिया जा रहा है। सेना की उच्चस्तरीय जांच में मामले में हर बिंदु पर गहन पूछताछ के साथ ही साक्ष्यों को कंचन के कथन से मिलान किया जा रहा है। सैन्य सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाला जवान कंचन सिंह पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहा है। वह ठीक से जानकारी नहीं दे रहा। पूछताछ करने वाले अधिकारियों को गुमराह कर रहा है। उससे जो पूछताछ की प्रक्रिया चल रही है अगर वह पूरी तरह से अधिकारियों के सवालों का जवाब नहीं देता तो इस प्रक्रिया में लंबा समय लग सकता है। उसको अब लखनऊ भेजा गया है। वहां पर सेना की विशेष पूछताछ टीम की अंडर कस्टडी में उसको दिया जाएगा। इसके बाद वहीं टीम उससे पूछताछ करेगी।
यह भी पढ़ेंः दरोगा पर भाजपा पार्षद के थप्पड़ों की गूंज पहुंची लखनऊ तक, हरकत में आयी सरकार और संगठन, अब हुआ यह ब्रेन मैपिंग की तैयारी सेना उसके ब्रेन मैपिंग की तैयारी कर रही है। कंचन सिंह की ब्रेन मैपिंग लखनऊ स्थिति सेन्य मुख्यालय में सेन्य चिकित्सक की मौजूदगी में होगी। ब्रेन मैपिंग के दौरान ही पता चल सकेगा कि वह क्या गलत और क्या सच बोल रहा है।