
मेरठ। मिलावटी पेट्र्रोल-डीजल के खेल में सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद डीएम अनिल ढींगरा ने अपने अधिकारों का चाबुक चलाते हुए रतिराम खूबचंद के मिट्टी के तेल का थोक विक्रेता का लाइसेंस निलंबित कर दिया है। बता दें कि मेसर्स रतिराम खूबचंद के स्टॉक में 71,888 लीटर अवैध केरोसिन तेल मिला था। डीएम ने निलंबित लाइसेंस के बाद नोटिस देकर जवाब भी मांगा है। जवाब के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
उधर, देर रात परतापुर और टीपीनगर पुलिस की संयुक्त टीम ने संजय कुमार के शंभू नगर स्थित घर पर दबिश दी। संजय के नहीं मिलने पर टीम वापस लौट गई। उसके अलावा आईओसीएल के अधिकारियों द्वारा जांच में सहयोग न दिए जाने से प्रशासनिक अधिकारी असंतुष्ट हैं।
बता दें कि बीते सात सितंबर को मिट्टी तेल के थोक विक्रेता मैसर्स रतीराम खूबचंद के कुंडा स्थित डिपो में छापेमारी के दौरान 71,888 लीटर बेहिसाब केरोसिन स्टॉक में मिला था। डिपो मालिक संजय कुमार के खिलाफ परतापुर थाने में पूर्ति निरीक्षक की ओर से मुकदमा दर्ज किया। गुरुवार की रात 12 बजे टीपीनगर और परतापुर पुलिस की संयुक्त टीम बनाकर संजय की धरपकड़ को दबिश दी गई। संजय के नहीं मिलने पर टीम बैरंग लौट गई। इंस्पेक्टर आनंद मिश्र ने बताया कि जानकारी मिली है कि तीन दिन से संजय घर पर नहीं है।
इंडियन ऑयल कारपोरेशन लिमिटेड के चीफ मैनेजर पंकज भाटी और सेल्स अफसर मोहित कुमार एडीएम सिटी अजय तिवारी के कार्यालय पर अपने बयान दर्ज कराने पहुंचे थे। एडीएम सिटी ने कंपनी अधिकारियों से मिलावटी तेल के खेल से संबंधित मजिस्ट्रेटी जांच और कुंडा के डिपो में मिले मिट्टी तेल के अवैध स्टॉक के संबंध में कंपनी की जिम्मेदारियों को लेकर तमाम जानकारियां मांगी थी। एडीएम सिटी ने बताया कि कंपनी अधिकारी सभी प्रश्नों का जवाब नहीं दे सके।
Published on:
13 Sept 2019 12:46 pm
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