
मेरठ। अयोध्या मामले में फैसला आने से पहले वेस्ट यूपी में बेहतर माहौल तैयार करने के लिए पुलिस अफसरों ने अलर्ट जारी किया है। वेस्ट यूपी के प्रत्येक जनपद में थाना स्तर पर दोनों वर्गों के साथ शांति-सौहार्द स्थापित करने के लिए अपील की जा रही है। इन अपीलों के बीच पुलिस अफसरों ने उन लोगों को चेतावनी भी दी है जो लोग माहौल बिगाडऩे का काम कर सकते हैं। लोगों से बातचीत के साथ-साथ पुलिस अफसर अति संवेदनशील व संवेदनशील इलाकों को चिन्हित कर रहे हैं, इन इलाकों में पुलिस, पीएसी और अर्दधसैनिक बल तैनात करने की तैयारी चल रही है।
मेरठ में इन 73 स्थानों पर निगरानी
अयोध्या मामले पर फैसला आने से पहले प्रत्येक जनपद के अति संवेदनशील और संवेदनशील इलाकों को चिन्हित करके कड़ी निगरानी की कवायद शुरू की जा रही है। मेरठ में शहर के 35 और ग्रामीण क्षेत्र के 38 इलाके अति संवेदनशील चिन्हित किए गए हैं। साथ ही 100 से ज्यादा शरारती तत्वों व बवालियों पर शिकंजा कसा जा रहा है। पुलिस अफसरों का कहना है कि जिलों में ऐसे लोगों पर गोपनीय निगाह रखी जा रही है, जो माहौल बिगाड़ सकते हैं। इनमें हिस्ट्रीशीटर भी शामिल हैं।
इन जिलों में खास नजर रहेगी
एडीजी जोन प्रशांत कुमार, आईजी रेंज आलोक सिंह के साथ-साथ जिलों के एसएसपी मौजूदा माहौल पर विशेष नजर रख रहे हैं। इनमें मेरठ, बागपत, हापुड़, मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर, गाजियाबाद, सहारनपुर, नोएडा व शामली जिले शामिल हैं। पुलिस अफसरों का कहना है कि अयोध्या फैसले से पहले शरारती तत्वों के साथ-साथ उनके परिवारों पर भी नजर रखी जाएगी और कुछ गड़बड़ी मिलने पर इनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आईजी आलोक सिंह का कहना है कि अयोध्या मामले पर फैसले से पहले कानून व्यवस्था प्राथमिकता है। इसकेे लिए दोनों वर्गों के लोगों से बातचीत और बैठकें चल रही हैं। पूरे माहौल पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है, कुछ गड़बड़ी कहीं मिली है तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
Published on:
02 Nov 2019 08:03 am
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