
सेना इन 12 दिनों के लिए यहां जारी कर रही अलर्ट, इसके पीछे यह खास वजह
मेरठ। कांवड़ यात्रा को लेकर जिला प्रशासन की प्रदेश स्तर की बैठक मेरठ में होने के बाद अब सेना भी इसकी तैयारी में तेजी से जुट गई है। कांवड़ यात्रा के दौरान मेरठ शहर के भीतर आने वाले कांवड़ियों का मार्ग आर्मी क्षेत्र में पड़ता है। अधिकांश भंडारे भी इसी कैंट क्षेत्र में लगते हैं, इसलिए सेना को भी इसकी विशेष तैयारी करती पड़ती है। सेना को खासकर इसलिए भी चैकन्ना होना पड़ता है कि कहीं कांवड़ियों की भेष में उनकी सुरक्षा में आतंकी सेंधमारी न कर लें।
कैंट क्षेत्र में लगाए जाएंगे सीसीटीवी कैमरे
कांवड़ यात्रा के दौरान कैंट क्षेत्र में सेना अपनी ओर से सुरक्षा के इंतजामों के तहत सीसीटीवी कैमरे लगाएगी। जिसकी मानिटरिंग के लिए छह प्वाइंट बनाए गए हैं। सुरक्षा के सभी पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। आमी इंटेलीजेंस के जवान भी कांवड़ियों की भीड़ में तैनात किए जाएंगे। कैंट क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश सब-एरिया हेडक्वार्टर में आर्मी अधिकारियों की बैठक हुई। जिसमें डिप्टी जीओसी ब्रिगेडियर सुशील मान ने सुरक्षा को लेकर तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में सेना अधिकारियों के साथ ही प्रशासन-पुलिस के अधिकारियों को भी बुलाया गया था। जिससे वे भी आर्मी की सुरक्षा संबंधी तैयारियाें से परिचित हो जाएं।
कांवड़ियों की भीड़ में रहेंगे जवान
इस बार कांवड़ियों की भीड़ में आर्मी के जवान भी सादे वेश में होंगे। प्रमुख जगहों पर जवान सादे लिबास में जवान कांवड़ियों के बीच में रहेंगे। इसी तरह छावनी क्षेत्र में ट्रैफिक डायवर्जन को भी सख्ती से लागू किया जाएगा।
पांच जोन 11 सेक्टर और होगा ब्लू आैर आरेंज अलर्ट
सुरक्षा के लिहाज से सेना ने कैंट एरिया को पांच जोन व 11 सेक्टर में बांटा है। सेना 29 जुलाई से पांच अगस्त तक कैंट क्षेत्र में ब्लू अलर्ट और छह से नौ अगस्त तक आरेंज अलर्ट पर रहेगी। सैन्य अधिकारियों ने बताया कि कैंट क्षेत्र में श्री आैघड़नाथ मंदिर से रुड़की रोड की ओर भंडारे के टेंट लगाने के लिए 19 आवेदन आ चुके हैं। इनमें से 13 को एनओसी दी जा चुकी है। सेना अपनी तरफ से किसी भी टेंट और भंडारे लगाने की एनओसी तभी देगी, जब संचालकों के आवेदन पर प्रशासन की एनओसी दर्ज होगी।
सेना की बिजली चोरी की तो होगी कार्रवाई
सेना ने टेंट लगाने वाले और भंडारा लगाने वालों का आगाह किया है कि वे अपने जेनरेटर की व्यवस्था स्वंय रखें। अगर सेना की बिजली चोरी की गई तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
Published on:
22 Jul 2018 01:09 pm
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