26 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

मेरठ से प्रयागराज पहुंचने का आधा हो जाएगा समय! गंगा एक्सप्रेस-वे का पूरा हुआ काम; 12 जिलों से सीधी कनेक्टिविटी

Ganga Expressway: गंगा एक्सप्रेसवे लगभग पूरी तरह तैयार हो गया है। जिसके बाद मेरठ से प्रयागराज तक सफर करने के लिए 10 से 12 घंटें का समय नहीं लगेगा।

less than 1 minute read
Google source verification
ganga expressway journey from meerut to prayagraj will take just 6 hours

Ganga Expressway: मेरठ से प्रयागराज का सफर अब केवल 6 घंटे में। फोटो सोर्स-AI

Ganga Expressway: मेरठ से प्रयागराज तक बन रहा गंगा एक्सप्रेस-वे अब लगभग तैयार हो चुका है। करीब 594 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन 15 जनवरी के बाद PM नरेंद्र मोदी द्वारा किए जाने की संभावना है। इसके शुरू होने के बाद मेरठ से प्रयागराज की दूरी महज 6 घंटे में तय की जा सकेगी, जबकि फिलहाल इस सफर में 10 से 12 घंटे का समय लग जाता है।

जल्द शुरू होगा ट्रायल रन

यूपीडा (उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण) के अधिकारियों के मुताबिक, एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है और जल्द ही इस पर ट्रायल रन भी शुरू हो जाएगा। मेरठ से प्रयागराज को जोड़ने वाले इस 594 किलोमीटर लंबे मार्ग पर कुल 1498 बड़े स्ट्रक्चर बनाए गए हैं।

चरण / पैकेजनिर्माण एजेंसीलागत (करोड़ रुपये)
पहला चरणआईआरबी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपर्स1,746
दूसरा पैकेजअडाणी एंटरप्राइसेस1,720
तीसरा पैकेजअडाणी एंटरप्राइसेस2,177
चौथा पैकेजअडाणी एंटरप्राइसेस2,099
कुल लागत7,742

किन जिलों से होकर गुजर रहा गंगा एक्सप्रेस-वे

गंगा एक्सप्रेस-वे (Ganga Expressway) उत्तर प्रदेश के 12 जिलों से होकर गुजर रहा है। इसमें मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, हरदोई, शाहजहांपुर, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज शामिल है।

दिल्ली से आने-जाने वाले यात्रियों को भी फायदा

गंगा एक्सप्रेस-वे का लाभ दिल्ली से आने-जाने वाले यात्रियों को भी मिलेगा। इसके लिए राज्य सरकार गंगा एक्सप्रेस-वे को जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जोड़ने की योजना पर काम कर रही है। इस परियोजना के लिए सोमवार को पेश किए गए अनुपूरक बजट में 1,246 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा, गंगा एक्सप्रेस-वे से जुड़ी अन्य व्यवस्थाओं के लिए 1,865 करोड़ रुपये की राशि भी निर्धारित की गई है।