मेरठ। कैंसर की बीमारी आजकल आम होती जा रही है। मेरठ में हर बीस में से दो आदमी किसी न किसी कैंसर से पीड़ित है। जिस लिहाज से यह बीमारी अपने पांव पसार रही है वह दिन दूर नहीं जब यह महामारी का रूप धारण कर लेगी। चिकित्सकों के अनुसार कैंसर एक ऐसी बीमारी है। जिसके केवल नाम से ही लोगों के दिल में डर पैदा हो जाता है। लेकिन लोगो मे कैंसर के प्रति जागरूकता के अभाव के कारण शुरुआती दौर में कैंसर का पता नही चल पाता है। जिससे यह बीमारी उसकी मौत में बदल जाती है। लोगों को कैंसर जैसी घातक बीमारी से जागरूक करने के लिए मेरठ में कैंसर जन जागरूकता रैली निकाली गई। इस रैली में दिल्ली से आए कैंसर विशेषज्ञों सहित तमाम एनजीओ ने भाग लिया। रैली के माध्यम से लोगों को कैंसर के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया। रैली मेरठ के चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी से शुरू होकर शोहराब गेट बस अड्डे के पास समाप्त हुई। मैक्स हॉस्पिटल की कैंसर डायरेक्टर मीनू वालिया का कहना है कि कैंसर घातक जरूर है, लेकिन अब कैंसर का इलाज होना एक हद तक संभव हो गया है। लोगों को कैंसर से बचाव के लिए धूम्रपान जैसी चीजों से दूर रहना होगा और अपने खान-पान व लाइफस्टाइल में परिवर्तन भी करना होगा। हालांकि जो लोग धूम्रपान जैसी चीज नहीं करते उन लोगों मैं भी कैंसर का असर देखने को मिला है। इसका कारण है दूषित पर्यावरण। लगातार बढ़ता प्रदूषण भी कैंसर का मुख्य कारण है। उन्होंने कहा कि जिस तरह 10 दिन से ज्यादा खांसी टीवी बना देती है उसी तरह दस दिन से ज्यादा खांसी कैंसर भी बना सकती है। इसलिए खांसी होने पर भी तुरंत चिकित्सक की सलाह लें, लेकिन एक बात तो जरूर है कि अगर अभी भी लोग कैंसर को लेकर जागरूक नहीं हुए तो आने वाले समय में कैंसर देश की सबसे बड़ी बीमारी होगी।