
VIDEO: 'बेटा जिंदा चाहिए तो 99 लाख का इंतजाम करो', इसके बाद बदमाशों का यह हाल हुआ...
मेरठ। मेरठ से मथुरा-वृंदावन घूमने गए परिवार के पास एक काल आई। जिससे दंपती भयभीत हो गया। काॅलर ने कहा कि उनके बेटे का अपहरण हो गया है। बेटा जिंदा चाहिए तो 99 लाख का इंतजाम कर लो। यह सुनते ही पति-पत्नी के चेहरे की हवाइयां उड़ गई, लेकिन दोनों ने धैर्य नहीं छोड़ा। उनकी चालाकी और पुलिस की तत्परता से अपहरण के आरोपी पकड़े गए। जो लोग पकड़े गए उनमें मुख्य सूत्रधार घर का नौकर ही निकला। जो कि नेपाल का निवासी प्रवेश है।
छोटे बेटे आैर नौकर को घर पर छोड़ा
बागपत रोड स्थित ऋषि नगर में ठेकेदार अनिल मित्तल परिवार के साथ रहते हैं। वह दिल्ली हाईवे स्थित एक प्राइवेट विश्वविद्यालय में कैंटीन चलाते हैं। परिवार में पत्नी प्रेरणा मित्तल, बेटा कार्तिक और केशव हैं। शनिवार को सुबह चार बजे अनिल का परिवार वृंदावन गया था। घर पर नौकर प्रवेश और छोटा बेटा केशव (15) था। दोपहर 2.50 बजे भतीजा शिवम मकान पर पहुंचा तो सभी दरवाजे खुले हुए थे। बेडरूम के पास वाले कमरे में नौकर प्रवेश के हाथ पैर बंधे हुए थे। उसके मुंह में कपड़ा ठूंसा था और केशव गायब था। शिवम ने इसकी जानकारी चाचा को दी। जब तक अनिल का परिवार भी घर लौट आया था। सूचना पर एसपी सिटी और सीओ घटनास्थल पर पहुंचे। क्राइम ब्रांच की टीम को भी लगाया और कप्तान अजय साहनी ने टीपीनगर थाने में कैंप किया। बदमाशों के घर में प्रवेश और बाहर जाने का रास्ता पुलिस देख रही थी। तभी मकान की छत पर परिवार और पुलिस पहुंची। देखा कि टंकी के पास केशव को बांधकर उल्टा लिटा रखा था। उसके हाथ-पैर बैड की चादर में बांधकर मुंह में कपड़ा ठूंस रखा था। एक बदमाश केशव की गर्दन पर चाकू लगाकर बैठा था। बच्चे को बरामद करने के बाद भीड़ ने बदमाश की जमकर पिटाई की।
घर का नौकर ही निकला सूत्रधार
उसके बाद पता चला कि घर का नौकर प्रवेश भी अपहरण में शामिल था। प्रवेश और ईशान ने बताया कि उनका पूरा परिवार भारत में ही नौकरी करता है। ईशान इंटरमीडिएट कर चुका है, जबकि प्रवेश कक्षा दस पास है। दीपक पांचवी और राजू कक्षा आठ पास है। दीपक ने सभी को सपना दिखाया कि ताउम्र नौकरी नहीं करेंगे। एक बार ऐसा हाथ मारा जाए, ताकि अपने देश में जाकर खुद का कारोबार कर लें। तय हुआ था कि कारोबारी के बेटे के अपहरण के बाद कोई अपराध नहीं करेंगे। इसी को लेकर सभी अपहरण की वारदात करने के लिए तैयार हो गए थे। दीपक ने नेपाल में फिरौती के लिए स्थान चिन्हित किया था, जबकि राजू ने बच्चे को देहरादून में छोड़ने का स्थान भी बता दिया था। एसपी सिटी ने बताया कि पकड़े गए सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
Published on:
22 Jul 2019 08:16 am
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