
भीम आर्मी ने धारा 144 के दौरान किया ये काम, फिर भाजपा सरकार पर लगाए आरोप, देखें वीडियो
मेरठ। कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra) आैर शिवरात्रि (Shivratri) के मद्देनजर जिले में धारा 144 (Section 144) लगी हुर्इ है। इसका उद्देश्य शहर में कानून-व्यवस्था दुरूस्त रखना और लोगों को परेशानी से बचाना है, लेकिन धारा 144 लागू होने के बाद भी भीम आर्मी (Bhim Army) के सदस्य दर्जनों की संख्या में एकत्र होकर कमिश्नरी पार्क पहुंच गए। मेरठ में भीम आर्मी के सदस्यों ने अपना चौथा स्थापना दिवस मनाया। इस दौरान भीम आर्मी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता कमिश्नरी पार्क में एकत्रित हुए। उन्होंने बाबा भीमराव अम्बेडकर (Dr. B. R. Ambedkar) की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने इस दौरान नारे लगाए 'जब तक सूरज चांद रहेगा बाबा तेरा नाम रहेगा'। कार्यक्रम के दौरान पौधारोपण भी किया गया।
'मनुवादी सोच के हैं दल आैर सरकारें'
चार साल पहले पार्टी की स्थापना हुई थी। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भीम आर्मी के सागर लिसाड़ी ने कहा कि भीम आर्मी दलितों के हितों की लड़ाई लड़ रही है। मनुवादी सोच वाले दलों और ऐसी सोच वाली सरकारें दलित विरोधी हैं। मनुवादी सोच के लोग नहीं चाहते कि दलित आगे बढ़े उनको सरकारी नौकरी मिले। उन्होंने कहा कि आज भीम आर्मी बाबा भीम राव अम्बेडकर के बताए रास्ते पर चल रहा है। उनके सिद्धान्तों को अपना रहा है। भीम आर्मी दलितों की आवाज हमेशा उठाती रहेगी।
पुलिस की मौजूदगी में लहराए नीले ध्वज
भीम आर्मी के सदस्यों ने कमिश्नरी के चारों ओर घूमकर नीले ध्वज लहराए और पुलिस (Meerut Police) की मौजूदगी में धारा 144 का उल्लंघन करते हुए 'जय भीम' के नारे लगाए। इस दौरान पुलिस भी मूक दर्शक बनी रही। पहले तो कमिश्नरी पार्क में भीम आर्मी के मात्र चंद कार्यकर्ता ही पहुंचे थे, लेकिन उसके बाद तादात काफी अधिक हो गई। कार्यक्रम में पहुंचे ब्लू पेंथर पार्टी के डा. सुशील कुमार ने लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हमें बाबा साहेब के सिद्धान्तों पर चलकर ही सफलता मिलेगी। आज जो संघर्ष किया जा रहा है, ये एक दिन निश्चित ही सफल होगा। उन्होंने कहा कि उनका सिर्फ एक ही मकसद हैं दलित हितों की रक्षा करना। दलित हितों की रक्षा के लिए वे कुछ भी कर सकते हैं। आज भाजपा सरकार में जिस प्रकार दलितों का दमन हो रहा है। दलित प्रताड़ित किए जा रहे हैं। उससे दलित संगठनों का एकजुट होकर आवाज उठाने की जरूरत है।
Published on:
22 Jul 2019 10:18 am
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