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भीम आर्मी ने मेरठ में पंचायत कर पीएम मोदी और सीएम योगी से की यह बड़ी मांग, दी ये चेतावनी

उल्देपुर जातीय हिंसा में मृत दलित युवक रोहित के परिजनों के लिए की ये मांगें।

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मेरठ

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Rahul Chauhan

Aug 20, 2018

bhim army workers

भीम आर्मी ने मेरठ में पंचायत कर पीएम मोदी और सीएम योगी से की यह बड़ी मांग, दी ये चेतावनी

मेरठ। उल्देपुर में हुए जातीय हिंसा में मारे गए युवक रोहित के परिजनों को न्याय दिलाने के लिए भीम आर्मी ने कमिश्नरी पर पंचायत की। भीम आर्मी की पंचायत करने से प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों को पसीना आ गया। भीम आर्मी की महापंचायत के दौरान कमिश्नरी से कलेक्ट्रेट तक का एरिया छावनी में तब्दील कर दिया गया। गांव उल्देपुर में हुई दलित युवक रोहित की हत्या के विरोध में आज भीम आर्मी स्टूडेंट्स डेमोक्रेटिक फ्रंट आदि संगठनों ने कमिश्नर पार्क में महापंचायत की। महापंचायत में संगठनों ने निर्णय लिया कि रोहित के हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने तक आंदोलन जारी रहेगा। साथ ही उनकी मांगों को भी शीघ्र ही पूरा किया जाए।

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भीम आर्मी स्टूडेंट्स डेमोक्रेटिक फ्रंट के डा0 सुशील गौतम ने मंच से कहा कि आज प्रशासन और सरकार दलितों के ऊपर अत्याचार कर ही है। एक सोची समझी रणनीति के तहत दलितों पर हमले हो रहे हैं। भाजपा सरकार में दलितों पर अत्याचार बढ रहे हैं। दलितों को कुचलने का प्रयास किए जा रहे हैं। जातीय संघर्ष इसी का ही हिस्सा है। भाजपा सरकार के इस षड्यंत्र के खिलाफ दलितों को एकजुट होना होगा। यदि रोहित के परिजनों को न्याय नहीं मिला तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। उन्होंने मांग की कि पीड़ित पक्ष पर दर्ज मुकदमों को वापस लिया जाए।

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भीम आर्मी ने मृतक के परिवार को दो शस्त्र लाइसेंस देने, मृतक के परिजनों को मुआवजा देने, मृतक आश्रित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने आदि की मांग की। पंचायत के बाद भीम आर्मी के सदस्य भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट में घुस गए। इसी बीच पुलिस ने उन्हें कलक्ट्रेट में घुसने से रोकने की कोशिश की जिससे दोनों पक्षों में नोकझोंक हुई। स्थिति गंभीर होती देख पुलिस को बैकफुट पर आना पड़ा। कलेक्ट्रेट परिसर में पहुंचते ही भीम आर्मी कार्यकर्ताओं के द्वारा प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी की गई। साथ ही भाजपा पर दलितों के खिलाफ अत्याचार करने के आरोप लगाए। भीम आर्मी कार्यकर्ताओं के पास पहुंचे एसडीएम ने उनसे ज्ञापन लिया और उनकी मांगों को पूरा कराने का आश्वासन दिया।