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पर्दे पर अपनी भूमिका नहीं निभाना चाहते सुशांत सिंह राजपूत

अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत पर्दे पर अपनी भूमिका कभी नहीं निभाना चाहते। मैंने अभिनय की शुरुआत इसलिए की थी, क्योंकि मैं किसी अन्य के बारे में अभिनय करना चाहता था। अपनी भूमिका तो असल जीवन में हर वक्त निभाता हूं।

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मेरठ

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May 24, 2017

बड़े पर्दे पर पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धौनी की भूमिका निभा चुके अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत का कहना है कि वह पर्दे पर खुद अपनी भूमिका नहीं निभाना चाहते। आगामी फिल्म 'राब्ता' में दोहरी भूमिका निभा रहे सुशांत से जब पूछा गया कि फिल्म का कौन सा किरदार उनके असल व्यक्तित्व के करीब है तो सुशांत ने कहा, ''कोई भी किरदार मेरे व्यक्तित्व से मिलता-जुलता नहीं है। मैं पर्दे पर अपनी भूमिका कभी नहीं निभाना चाहूंगा। यह एक कलाकार के तौर पर मेरे लिए रोमांचक नहीं है।"

उन्होंने कहा, ''मैंने अभिनय की शुरुआत इसलिए की थी, क्योंकि मैं किसी अन्य के बारे में अभिनय करना चाहता था। इसके लिए मुझे भुगतान किया जाता है और यह बहुत रोमांचक होता है। अपनी भूमिका तो असल जीवन में हर वक्त निभाता हूं।" सुशांत और कृति सैनन अभिनीत 'राब्ता' पुनर्जन्म की कहानी है। हालांकि, वास्तविक जीवन में सुशांत पुनर्जन्म में यकीन नहीं करते।

उन्होंने कहा, ''मैं दिन में छह से आठ घंटे सोता हूं। जब मुझे उस दौरान याद नहीं रहता कि मैं कौन हूं तो मुझे पिछले जीवन के बारे में कैसे याद हो सकता है कि मैं क्या था?" टेलीविजन से करियर की शुरुआत करने वाले अभिनेता सुशांत ने वर्ष 2013 की फिल्म 'काय पो चे' के साथ बॉलीवुड में कदम रखा था। 2016 में आई फिल्म 'एम. एस. धौनी : द अनटोल्ड स्टोरी' उनके करियर में अहम मोड़ लेकर आई।

वह कहते हैं, ''एक समय था जब मैं शॉपिंग मॉल जाता था तो चाहता था कि लोग मुझे पहचानें और मेरे साथ फोटो खिंचवाएं। एक टीवी कलाकार के तौर पर मैं लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचना चाहता था, पर प्रसिद्धि और धन को लेकर वह चाहत अब नहीं है, क्योंकि यह सब अब मेरे पास है।"

बिहार के पटना में जन्मे और चार बहनों के साथ पले-बढ़े सुशांत पढ़ाई में भी अव्वल रहे हैं और अपनी बहन मीतू सिंह की तरह एक अच्छे क्रिकेटर भी रहे हैं, जो राज्य स्तर की खिलाड़ी हैं। सुशांत के अनुसार, उनके अभिभावकों ने उन्हें बहनों के साथ समान प्यार के साथ बड़ा किया और घर में किसी तरह का लैंगिक भेदभाव नहीं किया। इसलिए उनके मन में महिलाओं तथा पुरुषों के लिए समान इज्जत है।

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