
मेरठ। भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी के राजनैतिक सितारे इन दिनों गर्दिश में चल रहे हैं। पहले तो राज्यसभा चुनाव के लिए बन रही सूची से उनका नाम गायब हुआ और उसके बाद आज जारी हुई विधान परिषद चुनाव के लिए भी उनका नाम गायब मिला। उनकी जगह समाजवादी पार्टी से भाजपा में आई डा. सरोजनी अग्रवाल को भाजपा ने विधान परिषद भेजने का फैसला किया। मामला यहीं तक रहता तो गनीमत थी, लेकिन अब पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी के ऊपर अवैध निर्माण करने के आरोप भी लगने लगे हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने आवासीय भूखंड पर मानचित्र के विपरीत निर्माण कर उसमें फ्लैट बेच दिए हैं। इसके अलावा उसके ऊपर उन्होंने मोबाइल टावर भी लगाया हुआ है। जिसको लगाने को लेकर विवाद हुआ था।
आवास विकास ने की ध्वस्त करने की तैयारी
पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी के आवास को ध्वस्त करने की तैयारी आवास विकास करने लगा है। आवास एवं विकास के निर्माण खंड 5 के अधिकारियों को मेरठ आयुक्त डा. प्रभात कुमार ने वाजपेयी के न्यू मोहनपुरी स्थित आवास को ध्वस्त करने के निर्देश दिए हैं। इस मामले में आवास विकास परिषद ने डा. वाजपेयी को पहला नोटिस 1999 में जारी किया था। सच संस्था के संदीप पहल ने इसको लेकर मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव, आयुक्त और आवास विकास के मुख्य कार्यालय में इसकी शिकायत की थी।
फ्लैट का अवैध निर्माण और बेचने के आरोप
आरोप है कि भाजपा के पूर्व विधायक डा0 लक्ष्मी कांत वाजपेयी ने आवासीय भूखंड पर मानचित्र के विपरीत बेसमेंट बनाया है। इतना ही नहीं उन्हांने फ्लैट का निर्माण कर उनको भी बेंच दिया। निर्माण खंड पांच के अधिशासी अधिकारी प्रमोद कुमार ने बताया कि लक्ष्मीकांत वाजपेयी के अवैध निर्माण को तोड़ने के आदेश कमिश्नर से मिल चुके हैं, लेकिन अभी पुलिस की पर्याप्त व्यवस्था न होने के कारण कार्रवाई नहीं हो पा रही है।
बोले भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष
डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी का कहना है कि जिन लोगों ने मकान और फ्लैट का निर्माण किया है उनसे मानचित्र मांगा जा रहा है। अगर निर्माण अवैध हुआ तो वे स्वयं ही उसको गिरवा देंगे। नियमों को पूरा पालन किया जाएगा।
Published on:
15 Apr 2018 10:29 pm
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