वेस्ट यूपी हमेशा से ही भाजपा को बाह्मणों, त्यागी और ठाकुरों का वोट मिलता आया है। खासकर मेरठ, मुजफ्फरनगर, बिजनौर आदि जिलों में भाजपा को काफी सपोर्ट किया जाता है। 2014 के चुनावों में भाजपा ने इन लोगों के वोटों के दम पर ही 72 सीटों पर जीत हासिल की थी, लेकिन बाह्मणों को समझ में आ गया है कि बीजेपी ने उन्हें एक टूल की तरह ही इस्तेमाल किया है। यूपी विधानसभा चुनावों में ब्राह्मणों को पूरी उम्मीद थी कि इस बार ठीक-ठाक सीटें ब्राह्मणों को दी जाएंगी, लेकिन पहली लिस्ट जारी होते ही बाह्मणों के दिल पूरी तरह से टूट गए हैं। ये वोट बैंक अपने को ठगा सा महसूस कर रहा है। पहली लिस्ट में सिर्फ 11 बाह्मणों को टिकट दिया गया है।