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इस चिट्ठी से खुला दो माह पहले हुर्इ हत्या का राज, खेत में दबा मिला शव

locationमेरठPublished: Mar 11, 2018 02:07:57 pm

Submitted by:

Nitin Sharma

पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर किया चौंकाने वाला खुलासा

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बागपत।दो माह से लापता एक शख्स को तलाश रही पुलिस की खोज एक चिट्ठी ने खत्म ही नहीं कि बल्कि आरोपियों को भी सामने ला दिया। जिसमें पुलिस को पता चला कि जिस शख्स को पुलिस तलाश रही है। उसकी हत्या कर शव को खेत में जमीन के अंदर दफना दिया गया है। इतना ही नहीं इस वारदात को अंजाम देने वाला भी आेर कोर्इ नहीं बल्कि सगे भार्इ आैर उसके दोस्त निकले। जिसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

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दो माह पहले लापता हुए शख्स की, तीन दिन पहले पुलिस को दी गर्इ थी सूचना

दरअसल मामला बागपत जनपद के बिनौली थाना क्षेत्र के गांव माल माजरा का है। जहां के निवासी किसान नरेश पाल (45) संदिग्ध हालात में दो माह पहले लापता हो गये थे। सात मार्च को गांव के चौकीदार महबूब ने गुमशुदगी दर्ज कराई, तो शुक्रवार को पुलिस लापता किसान के बड़े भाई रमेश पाल (51) और गांव के राजीव वाल्मीकि को हिरासत में लेकर थाने पहुंची। पूछताछ की गई तो सात बीघा जमीन के विवाद में हत्या की सनसनीखेज वारदात का खुलासा हुआ। पुलिस का दावा है कि दोनों ने गला दबाकर और रस्सी से नरेश पाल की हत्या की। इसके बाद शव को उसके ही खेत में दबाने की बात स्वीकारी। पुलिस दोनों आरोपियों को लेकर ईंख के खेत में पहुंची। इस दौरान सैकड़ों ग्रामीण जमा हो गए। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने गड्ढा खुदवाना शुरू किया। करीब सात फीट गहरे गड्ढ़े से नरेश का सड़ी गली अवस्था में शव बरामद हो गया। करीब दो माह पहले हत्या की यह वारदात अंजाम दी गई थी।

 

यह भी देखें-https://www.youtube.com/watch?v=DqH0OM1Tzhs

चिट्ठी से खुला हत्या का राज, भेजने की जानकारी गुप्त

किसान नरेश पाल की हत्या सिर्फ राज बनकर ही रह जाती। लेकिन पुलिस को मिली एक गुप्त चिट्ठी ने खूनी साजिश और सनसनीखेज वारदात से पर्दा हटा दिया। पुलिस ने इस चिट्ठी को गंभीरता से लिया और मुखबिरों का जाल बिछाया। आरोपियों की कुंडली खंगाली गई। वारदात के तार जुड़े तो दो आरोपियों को हिरासत में लिया। इसके बाद साजिश खुलती चली गई। वहीं गांव में चर्चा जरूर थी, लेकिन चैंकाने वाली बात यह रही कि परिवार के लोग थाने तक नहीं पहुंचे। ग्रामीणों ने समझा दोनों भाईयों के बीच लंबे समय से मनमुटाव है, यही वजह रही होगी।

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सगे भार्इ ने ही करार्इ थी भार्इ की हत्या

पुलिस के मुताबिक रमेश पाल के खेत में गांव का ही राजीव वाल्मीकि और जिवाना गांव का मनोज और हरबीर गन्ना छिलाई का काम करते थे। पुलिस और ग्रामीणों के मानें तो मृतक के भार्इ रमेश पाल ने इन तीनों को हत्या का ठेका दो लाख रुपये में दे दिया। वारदात के दिन नरेश पाल खेत में पहुंचा। गन्ना छिलाई के दौरान वह इन तीनों लोगों के पास पहुंच गया। तीनों ने एकाएक उसे दबोच लिया और गला दबाकर हत्या कर दी। शव को पत्तियों में छिपा दिया गया। फिर तीनों ने मिलकर गड्ढ़ा खोदा और रस्सी के सहारे उसे गड्ढे में दबा दिया गया। बाद में रमेश पाल को सूचना दी गई। दूसरे गड्ढे से किसान के जूते बरामद किए गए। मामले को लेकर एसपी जयप्रकाश का कहना है कि चौकीदार की ओर से दर्ज कराई गई गुमशुदगी को हत्या के मामले में बदल दिया गया है। रमेश पाल, राजीव, मनोज और हरबीर के खिलाफ धारा 302, 201, 364 और 34आईपीसी में मुकदमा दर्ज करा दिया गया है।

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