
प्रीपेड सिम बेचने की आड़ में हो रहा था ये बिजनेस, पुलिस ने जब मारा छापा तो मिला एेसा सामान
मेरठ। मेरठ में पुलिस की नाक के नीचे प्रीपेेड सिम बेचने के नाम पर ऐसा काम हो रहा था कि छापा मारने पहुंचे पुलिस अधिकारी भी देखकर हैरान रह गए। पुलिस को मौके से काफी संख्या में आपत्तिजनक सामान और फर्जी कागजात बरामद हुए हैं। पुलिस ने मौके से कई लड़कियों को भी हिरासत में लिया है लड़कियां कार्यालय में नौकरी करती थी और सभी गरीब घर से ताल्लुक रखती हैं।
एसपी सिटी ने टीम के साथ मारा छापा
मेरठ में एसपी सिटी रणविजय सिंह के निर्देशन में फर्जी काम करने वालों पर शिकंजा कसता जा रहा है। इसी कड़ी में फर्जी फाइनेंस कंपनियों पर शिकंजा कसते हुए बुधवार को एसपी सिटी रणविजय सिंह ने अपनी टीम के साथ थाना सिविल लाइन क्षेत्र स्थिति एक काम्पलेक्स में छापा मारकर फर्जी फाइनेंस कंपनी का पर्दाफाश किया। मौके से पांच युवतियां और दो युवकों को पुलिस ने पकड़ा है। पुलिस ने मौके से भारी मात्रा में मोबाइल, लैपटाॅप और अन्य दस्तावेज के साथ ही कई सारी मुहरें बरामद की हैं। एसपी सिटी रणविजय सिंह ने बताया कि उनको सूचना मिली कि एनएएस कालेज के पास पूजा आर्केड में इंद्रा फाइनेंस कंपनी का फर्जी कार्यालय खुला हुआ है। पुलिस ने छापा मारा तो वहां से पुलिस ने राहत और वसीम नाम के युवकों को हिरासत में लिया इसके साथ ही पांच युवतियों को भी हिरासत में लिया। युवतियां फाइनेंस कंपनी में नौकरी करती थी। मौके से फाइनेंस कंपनी का संचालक अहमदनगर कांच का पुल निवासी नदीम मौके से फरार हो गया। पुलिस को कार्यालय से आधा दर्जन मोबाइल, लैपटाप और भारी मात्रा में फाइनेंस से संबंधित दस्तावेज और मुहरें बरामद हुई। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वह आइडिया कंपनी के प्रीपेड सिम बचेने की आड़ में फाइनेंस कंपनी चलाते हैं।
बाहरी राज्य के लोगों को लोन देने का झांसा
आरोपी बाहरी राज्य जैसे उड़ीसा, बिहार, मप्र, पश्चिम बंगाल के निवासियों को लोन देने का झांसा देकर अपने जाल में फंसाते थे। इसके बाद उनसे प्रोसिसिंग फीस व अन्य औपचारिकताओं के नाम पर 25 से 30 हजार की रकम वसूलकर कोई कमी बताकर उनकी फाइल रिजेक्ट कर देते थे। आरोपी अब तक सैकड़ों लोगों को करोड़ों का चूना लगा चुके हैं। आरोपियों से थाना सिविल लाइन थाना में पूछताछ की जा रही है।
Published on:
24 Oct 2018 09:23 pm
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