
2019 लोकसभा चुनाव को लेकर इस कांग्रेसी दिग्गज के बयान से भाजपा में मच गई खलबली
मेरठ. लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव में मिली विजय से फूले नहीं समा रहे गठबंधन में शामिल दलों ने मिलकर अभी से आगे की रणनीति तैयार करनी शुरू कर दी है। अब इन दलों का एक मात्र मकसद किसी भी हाल में 2019 में भाजपा सरकार को केंद्र में आने से रोकना है। अगर ऐसा होता है तो इसका सर्वाधिक लाभ सत्ता का वनवास झेल रही कांग्रेस को होगा। जो न सिर्फ पूरे राजनैतिक घटनाक्रम पर पैनी नजर लगाए बैठी है, बल्कि विपक्ष की रणनीति की धुरी भी है। हाशिए पर धकेल दी गई कांग्रेस का मानना है कि अगर भाजपा से पार पाना है तो इसके लिए अपने उसूलों को दरकिनार कर क्षेत्रीय दलों से समझौता करना होगा। यानी कांग्रेस ने जो प्रयोग कर्नाटक में किया और वह सफल रहा। वहीं, प्रयोग अब वह 2019 में होने वाले आम चुनाव में अन्य राज्यों में करना चाहती है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष (आरटीआई सेल) डॉ. संजीव अग्रवाल का कहना है कि कांग्रेस, सपा, बसपा और रालोद के गठबंधन से आज जो स्थिति उप्र के भीतर बनी है और जिस तरह से फूलपुर, गोरखपुर, नूरपुर और कैराना में हमने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ट्रेलर दिखाया है। इसकी पूरी फिल्म हम भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी को 2019 में दिखाएंगे। उसके बाद देश में एक न्यायप्रिय और संविधान का सम्मान करने वाली सरकार होगी। उन्होंने कहा कि भाजपा के मंत्री और उसके विधायक अपने आप को जनप्रतिनिधि न मानकर भगवान मान बैठे हैं। वे सोच रहे हैं कि उन्होंने सरकार बनाकर जनता पर अहसान किया है। लेकिन वे यह नहीं जानते कि जो जनता उन्हें सत्ता का सुख दिला सकती है। वही जनता उन्हें सड़क पर भी ला सकती है। नारी की सुरक्षा का नारा देने वाली योगी सरकार में ही नारी सुरक्षित नहीं है। नारी का हरण हो रहा है। दुष्कर्म की वारदातें हो रही है। अब कहां हैं योगी जी औ उनकी सरकार। दिनदहाडे़ हत्याएं हो रही है। अपराध काबू करने के दावे खोखले साबित हो रहे हैं।
Published on:
05 Jun 2018 11:23 am
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