भूरा चायवाला गत कई वर्षों से कचहरी और कलेक्ट्रेट परिसर में नींबू की चाय बेचता है। कलेक्ट्रेट परिसर में शायद ही कोई ऐसा अधिवक्ता और अधिकारी हो, जो भूरा चायवाले को न जानता हो और उसकी बनाई हुई चाय न पी हो। चायवाले भूरा का कहना है कि डीएम भी पीकर उसके चाय की तारीफ कर चुके हैं। आमतौर पर शांति से चाय बेचने वाला भूरे, जब एकाएक कोरोना वायरस से बचाने वाली चाय की आवाज़ लगाकर चाय बेचने लगा, तो शुरुआत में तो लोग थोड़ा आश्चर्य में पड़े लेकिन जब चाय पी लिए तो तारीफ किए बगैर न रह सके।
लोग जैसे ही कोरोना वायरस से बचाने वाली इस चाय के बारे में सुनते हैं, वे इस चाय को पीने के लिए आकर्षित होते हैं। चाय की कीमत भी मात्र 10 रुपए है। लिहाज़ा लोग फौरन ही 10 रुपए का नोट भूरे चायवाले को दे देते हैंं। वहीं इस बारे में जब सीएमओ डा. राजकुमार से बात की गई तो उन्होंने इस बारे में अनभिज्ञता जाहिर की है। वहीं जब डीएम अनिल ढीगरा से बात करने के लिए फोन किया गया तो उनका फोन नहीं उठा।