
71 हेक्टेयर में बनाई जाएगी गोवंशीय पशुओं के लिए आधुनिक गोशाला
उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी काऊ सेंक्चुरी यानी गो अभ्यारण्य की परियोजना तैयार हो गई है। यह गो अभ्यारण्य यानी गोशाला मुजफ्फनगर जिले के पुरकाजी में खादर क्षेत्र में बनाई जाएगी। इस गो अभ्यारण्य की क्षमता पांच हजार गोवंशीय की होगी। इसको बनाने में करीब 70 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
गोशाला में गोवंशीय के पैदा होने से लेकर अंतिम संस्कार तक की व्यवस्था रहेगी। केंद सरकार की ओर से इस क्षेत्र को आदर्श काऊ सेंक्चुरी यानी गो अभयारण्य के रूप में विकसित किया जाएगा। केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान ने इंजीनियर व अधिकारियों की टीम के साथ पुरकाजी के खादर क्षेत्र का दौरा किया।
गांव चंदन के खादर में प्रशासन ने 71 हेक्टेयर जमीन को चिह्रित किया है। यह जमीन प्रदेश सरकार के अधीन है और वर्तमान में ऊंची-नीची पहाड़ियों के रूप में है।
केंद्र सरकारी की टीम ने किया दौरा
केंद्र सरकार की भेजी गई टीम ने जमीन को देखा। जमीन की भौगोलिकता के आधार पर कार्ययोजना तैयार होगी। जमीन का मानचित्र तैयार हो गया है। केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने बताया कि गोवंशी समस्या विकराल रूप धारण कर रही है।
एक साल से जिले में ऐसी जमीन की तलाश की जा रही थी, जहां पर पांच हजार पशुओं के लिए रहने और उनके खाने पीने का इंतजाम किया जा सके। चंदन गांव के समीप जमीन मिली है। 71 हेक्टयर में 10 हेक्टयर पर निर्माण कार्य होगा।
ये होगी सुविधाएं
इस गो अभ्यारण्य में गो वंशीय पशुओं के लिए आधुनिक टिन शेड, सोलर पैनल, बायोगैस प्लांट, साइलेज यूनिट, भूसे के लिए गोदाम आदि बनाए जाएंगे। इसको बनाने का जिम्मा नेशनल डेरी डेवलपमेंट बोर्ड यानी एनडीडीबी का होगा।
Updated on:
28 Dec 2022 10:08 am
Published on:
28 Dec 2022 10:07 am
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