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दरोगा से भाजपा पार्षद की मारपीट में मुकदमे दर्ज हुए तीन, गिरफ्तारी हुर्इ एक ही, इसके पीछे ये वजह आयी सामने

भाजपा जन प्रतिनिधियों की पुलिस अफसरों से मुलाकात का दिख रहा असर  

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meerut

दरोगा से भाजपा पार्षद की मारपीट में मुकदमे दर्ज हुए तीन, गिरफ्तारी हुर्इ एक ही, इसके पीछे ये वजह आयी सामने

मेरठ। शुक्रवार की रात दशहरे की रात एनएच-58 बार्इपास स्थित ब्लैक पेपर रेस्टाेरेंट में महिला अधिवक्ता के साथ पहुंचे दरोगा के साथ भाजपा पार्षद की मारपीट के बाद जेल भेजे गए पार्षद के साथ-साथ विभाग ने दरोगा सुखपाल को भी लाइन हाजिर कर दिया। इसके बाद शराब के नशे में महिला अधिवक्ता द्वारा माल रोड पर चार गाड़ियों में टक्कर मारने के बाद हंगामा करने, कोर्ट से जमानत मिलने आैर मेरठ बार एसोसिएशन से मान्यता खत्म किए जाने से मामला अब एक तरफा नहीं रहा है। इसके बावजूद पुलिस अब इस केस को पेंडिंग करने की तैयारी कर रही है। इस संबंध में भाजपाइयों में मतभेद सामने आए थे। हालांकि बाद में सांसद राजेंद्र अग्रवाल के नेतृत्व में अन्य भाजपा जन प्रतिनिधि पुलिस अफसरों से मिले थे आैर अाश्वासन मिलने के बाद लौटे थे, लेकिन दरोगा पक्ष की आेर से तीन मुकदमे दर्ज होने के बाद भी अन्य गिरफ्तारी नहीं होने से चर्चा है कि मामले पेंडिंग में डालने की तैयारी है।

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तीन मुकदमे कराए गए थे दर्ज

दरोगा सुखपाल आैर महिला अधिवक्ता के साथ भाजपा पार्षद व रेस्टोरेंट मालिक मनीष चौधरी व उसके साथियों ने मारपीट की थी। इसमें एक मुकदमा महिला अधिवक्ता की आेर से दर्ज कराया गया था, दूसरा मुकदमा दरोगा की आेर से हुआ था। तीसरा मुकदमा तब हुआ जब अगले दिन भाजपा पार्षद को छुड़ाने गए भाजपा कार्यकर्ताआें के हंगामे के बाद कंकरखेड़ा थाने के इंस्पेक्टर ने दर्ज कराया था। इन तीनों मुकदमे में अभी तक सिर्फ भाजपा पार्षद की ही गिरफ्तारी हुर्इ है। मारपीट वाले दिन पार्षद के साथ मारपीट करने वालों में अन्य लोग रेस्टोरेंट में ही हैं, जबकि अगले दिन हंगामा करने वाले नामजदों को भी पुलिस आसानी से पकड़ सकती है, लेकिन पुलिस ने इसे लेकर न तो अभी तक कोर्इ दबिश दी है आैर न ही कोर्इ गिरफ्तारी की है। विवेचना अधिकारियों का कहना है कि इसके लिए उन्हें उपर से पेंडिंग में रखने के लिए कहा गया है।

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मुकदमों की विवेचना कर रहे दो दरोगा

दरोगा पक्ष की आेर से इन तीन मुकदमों की विवेचना दो दरोगा रविन्द्र कुमार आैर महेश कुमार कर रहे हैं। इन दोनों का कहना है कि जांच पेंडिंग पड़ी है, उपर से कोर्इ आदेश आने के बाद ही शुरू की जाएगी। वैसे उपर से गिरफ्तारी नहीं करने के आदेश हैं।