मेरठ। जिमखाना मैदान के पास होटल में एससी-एसटी समूह आंदोलन के तहत दलित नेता और दलित संस्थापक एवं राष्ट्रीय संयोजक विद्या प्रकाश कुरील ने दलितों की समस्याओं पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि वर्तमान में सभी दल दलित हितैषी होने की बात तो करते हैं लेकिन दलितों के हितों के लिए उन्होंने आज तक क्या किया। उन्होंने मीडिया के सामने दलित के लिए आरक्षण के लिए बनाया गया पूना समझौता रद्द करने की बात कही। कुरील ने कहा प्रथक निर्वाचन प्रणाली लागू किया जाये और देश की धन, धरती, सत्ता और व्यवस्था में एससी-एसटी की जनसंख्या के आधार पर संतुलित एवं अनुपातिक हिस्सा पर कब्जा दिया जाए। उन्होंने कहा कि देश में वर्तमान में जो चुनाव हो रहे हैं इन चुनाव में एससी-एसटी की विशेष भूमिका रहने वाली है। उन्होेंने कहा कि इसका खुलासा वे कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस देश में सवर्णों के लिए 32 घंटे में आरक्षण पास हो जाता है। उस देश में दलितों के लिए पृथक निर्वाचन क्यों नहीं लागू हो सकता।