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UP के स्टूडेंट ने बनाया साइबर वाल Software, डबल Security से बिगाड़ेगा हैकर का खेल

Cyber Security आज के टाइम पर एक बड़ा मुद्दा बन चुका है। जिससे कुछ मिनट में ही लोगों के खाते से करोड़ो रु सिस्टम को हैक करके किसी भी दूसरे देश से बैठे बैठे ट्रान्सफर कर लिए जाते हैं। जबकि ऐसे साइबर चोरो का कोई कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। मेरठ बी-टेक कंप्यूटर साइंस सेकंड इयर स्टूडेंट ने ऐसा Software 'साइबर वाल' बनाया है। जिसकी सेक्योरिटी को तोड़कर हैकर किसी भी सिस्टम में नहीं घुस सकेगा। मेरठ के प्रशांत वर्मा अभी बीटेक कंप्यूटर साइंस सेकंड इयर के स्टूडेंट हैं। उन्होंने मोबाइल, कंप्यूटर, लैपटाप में हैकरों की ओर से आने वाले लिंक वायरस से सुरक्षा के लिए साइबरवाल नाम से एक फायरवाल तैयार किया है।

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मेरठ

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Dinesh Mishra

Dec 26, 2021

Meerut Engineering Student Prashant in During Class

Meerut Engineering Student Prashant in During Class

पत्रिका न्यूज़ नेटवर्क
मेरठ.UP में Engineering स्टूडेंट ने एक ऐसा साइबर वाल सॉफ्टवेयर बनाया है. जिससे अब कंप्यूटर या किसी सिस्टम को हैक करने वाले के लिए ये आसान नहीं होगा या यूं कहें कि असंभव सा होगा। हैकर के हर वार से UP के इंजीनियरिंग स्टूडेंट की बनाई साइबर दीवार हर प्रकार के हमले को रोकेगी। ऐसी नई टेक्नोलोजी की खोज करने वाले मेरठ जिले के कंप्यूटर साइंस स्टूडेंट ने की है। जो अभी भी बी टेक सेकंड ईयर में पढ़ रहे हैं।

Cyber Attack रोकने वाला साइबर वाल (Cyber wall) कैसे काम करता है
इस साइबरवाल का सुरक्षा चक्र ऐसा है कि कोई भी डाटा चोरी करने वाला लिंक, मैसेज मोबाइल या संबंधित डिवाइस से रिसीव ही नहीं होगा। इस साइबरवाल से जहां डाटा की सुरक्षा होगी, वहीं, बैंक के खाते पर होने वाले साइबर अटैक को भी रोका जा सकता है। जल्द ही इसका पेटेंट होने वाला है। इसके बाद यह उपयोग के लिए आ आएगा। उन्होंने एमआइईटी में अध्यन करते हुए उन्होंने यह फायरवाल बनाया है, जो मोबाइल में एप के माध्यम से, कंप्यूटर और लैपटाप में साफ्टवेयर के माध्यम से और सर्वर में प्लगिन के माध्यम से इस्तेमाल किया जा सकता है। मोबाइल और अन्य डिवाइस में यह फायरवाल दो तरह से सुरक्षा देता है।

डबल होगी सिस्टम की सिक्योरिटी
पहली सुरक्षा, जब भी आप किसी को पैसे भेजते हैं तो यह दोनों तरफ से उसकी अनुमति मांगेगा। अनुमति देने के बाद ही पैसा ट्रांसफर होगा। इससे ग्राहक अपने खाते में जब पैसा चाहेंगे, तभी आएगा। प्रशांत के मुताबिक, फायरवाल पैसे के लेनदेन में जहां सत्यापन करेगा, वहीं अगर कोई हैकर लिंक मैसेज भेजकर स्मार्टफोन या लैपटाप को हैक करना चाहेगा तो वह लिंक मैसेज वायरस फायरवाल से टकराकर ही वापस हो जाएगा।