ट्रस्ट के 9 सदस्यों के नामों की घोषणा आज कर दी गई। इस ट्रस्ट में मुस्लिम समाज के प्रबुद्ध वर्ग को शामिल किया गया है। ट्रस्ट अयोध्या में मिली पांच एकड़ भूमि पर मस्जिद, अस्पताल, रिसर्च सेंटर सहित अन्य जरूरी सुविधाओं का निर्माण कराएगा। दीगर है कि, ट्रस्ट में कुल 15 सदस्य शामिल किए जाएगें लेकिन अभी सिर्फ 9 लोगों के नामों की घोषणा की गई है। बाकी छह सदस्यों के नामों की घोषणा बाद में खुद ट्रस्ट करेगा।
सुन्नी वक्फ सेंट्रल बोर्ड के अध्यक्ष जुफर अहमद फारूकी सहित पूरे बोर्ड का कार्यकाल 31 मार्च को पूरा हो गया था। योगी सरकार ने पूरे बोर्ड को पिछले दिनों छह महीने के लिए बढ़ा दिया था। श्रीराम जन्मभूमि विवाद में सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के बाद बोर्ड ने अयोध्या में मिली पांच एकड़ भूमि स्वीकार करते हुए इस पर मस्जिद, रिसर्च सेंटर, लाइब्रेरी एवं अस्पताल सहित अन्य जन सुविधाएं विकसित करने के लिए इस साल फरवरी में ही इंडो इस्लामिक कल्चरल ट्रस्ट का गठन किया था। उस समय ट्रस्ट के सदस्यों के नामों की घोषणा नहीं हुई थी।
ट्रस्ट में 15 सदस्यों को शामिल किया जाना था। इनमें 9 नामों की घोषणा कर दी गई जिनमें एक मेरठ के फैज आफताब हैं। ट्रस्ट का गठन पुराने सभी विवादों को खत्म कर नए और सकारात्मक कार्यों का करने के लिए हुआ है। ट्रस्ट के मेंबर इसी कोशिश में काम करेगें। अयोध्या में राम मंदिर के स्थान पर मिली पांच एकड़ भूमि पर इंडो इस्लामिक सभ्यता का प्रमुख केंद्र बिंदु बनेगा।