
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
मेरठ। मेडिकल कॉलेज के कोरोना वार्ड के भीतर के हालात काफी खराब हैं। इसको लेकर पहले भी कई बार वीडियो वायरल हो चुके हैं। कहीं मरीजों को ठीक से इलाज नहीं मिल रहा है तो कहीं मरीजों के साथ बदसलूकी की जा रही है। इसी बीच कोरोना से प्रतिदिन मर रहे लोगों के शवों को पैक करने को लेकर वार्ड में तैनात डॉक्टरों और सफाईकर्मियों में मारपीट हो गई। इस मारपीट में आधा दर्जन डॉक्टर और सफाईकर्मचारी घायल हो गए। करीब एक घंटे तक कोरोना वार्ड जंग का मैदान बना रहा और मरीज इलाज के लिए गुहार लगाते रहे। लेकिन डाक्टर और सफाईकर्मी एक—दूसरे पर लात—घूंसे चला रहे थे।
सूत्रों के अनुसार कोरोना संक्रमित मरीजों के शव पैक करने को लेकर डाक्टरों और सफाई कर्मचारियों के बीच काफी दिन से विवाद चल रहा था। घटना के बाद आक्रोशि सफाई कर्मचारी धरने पर बैठ गए और डॉक्टर अब आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई का मन बना रहे हैं। इस दौरान कोरोना वार्ड और उसमें भर्ती मरीज भगवान भरोसे ही रहे।
मामला मेरठ के थाना मेडिकल क्षेत्र के लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज का है ।जहां कोरोना संक्रमित मरीजों के वार्ड में जूनियर डॉक्टर और सफाई कर्मचारियों के बीच जमकर मारपीट हुई। घंटों तक हंगामा चलता रहा। आरोप यह है कि कोरोना मरीज की मौत के बाद डॉक्टरों ने सफाई कर्मचारियों से लाश पैक करने के लिए कहा। जिसको लेकर दोनों पक्षों में विवाद हो गया। नौबत मारपीट तक पहुंच गई। जिसके बाद आरोप है कि सफाई कर्मचारियों ने जूनियर डॉक्टरों की जमकर पिटाई की।
वहीं सफाई कर्मचारियों ने खुद से मारपीट का आरोप लगाते हुए वार्ड के बाहर ही धरना शुरू कर दिया है। इस दौरान कोविड- वार्ड में जमकर तोड़फोड़ की गई। जबकि कोरोना वार्ड में मरीज अपनी जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं। इस दौरान मेडिकल कालेज के प्राचार्या डा ज्ञानेंद्र ने बताया कि कुछ आपसी विवाद हुआ था। जिसे अब दोनों पक्षों ने सुलझा लिया है। मेडिकल कालेज की प्राथमिकता कोरोना मरीजों को पहले उपचार देने की है।
Published on:
01 May 2021 01:30 pm
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