
किनौनी शुगर मिल में आग 27 घंटे बाद बुझी, अब इस पर राजनीति भी शुरू हो गर्इ
मेरठ। किनौनी चीनी मिल में आग का तांडव खत्म हो गया है। फायर बिग्रेड की टीम ने आग पर करीब 27 घंटे के बाद केमिकल टैंकरों से आग बुझा दी है। इस अग्निकांड के बाद अब विस्तृत जांच की तैयारी प्रशासन कर रहा है, माना जा रहा है कि मिल के लापरवाह अफसरों पर गाज गिर सकती है। किनौनी शुगर मिल में लगी आग पर राजनैतिक दलों ने रोटियां सेंकनी शुरू कर दी है।
सपा ने की 50 लाख मुआवजे की मांग
जैसे ही प्रशासन ने इस आग से मुआवजे की घोषणा की, उसको लेकर दलों ने अपना मोर्चा खोल दिया। मृतक के घर पहुंचे सपा नेताओं ने सरकार से 50 लाख रूपये मुआवजे की मांग को लेकर परिजनों का उकसाया। जिस पर परिजन मृतक युवक के शव को लेकर मिल गेट के पास बैठ गए और जाम लगा दिया। उनके साथ ही समाजवादी पार्टी के अतुल प्रधान भी आकर अपनी राजनैतिक रोटियां सेकने लगे। सपा ने परिजनों के साथ प्रदर्शन करते हुए मांग की कि मृतक के परिजनों को 50 लाख का मुआवजा दिया जाए और परिवार में किसी एक को सरकारी नौकरी की घोषण की जाए। प्रदर्शनकारी परिजनों के साथ वे लोग भी थे जिनके परिवार के युवक अग्निकांड में झुलसे हैं। उनकी भी मांग थी कि उनका पूरा इलाज सरकार और मिल प्रशासन कराए।
दोषियों को जेल भेजा जाए
धरना दे रहे लोगों की मांग थी कि जो भी इस अग्निकांड के दोषी हैं उन पर कानूनी कार्रवाई कर जेल भेजा जाए। इन मांगों को लेकर चीनी मिल के गेट पर सपा नेताओं और ग्रामीणों का धरना शुरू कर दिया। दूसरी ओर चीनी मिल में लगी अल्कोहल के टैंक में आग अभी भी काबू नहीं आई है। इस लिहाज से पूरे मिल परिसर को सील कर दिया गया है।
राजनीति न हो इसलिए तुरंत दी राहत
किनौनी शुगर मिल में लगी आग में कोई राजनीति न हो इसको रोकने के लिए तत्काल मुख्यमंत्री के आदेश पर जिलाधिकारी ने राहत राशि घोषित की थी। जिसके तहत मृतक युवक के परिजनों को पांच लाख और घायलों को दो लाख रूपये देने की घोषणा की गई थी।
दोनों मजदूरों की हालत गंभीर
अस्पताल में भर्ती गंभीर रूप से झुलसे दोनों मजदूरों की हालत गंभीर है। प्रशासन ने उनके परिवार को पूरी चिकित्सीय सहायता दिलवाने की बात कही है। जरूरत पड़ने पर उनको दिल्ली या अन्य जगहों पर भी शिफ्ट करने की पूरी व्यवस्था की गई है।
Published on:
28 May 2018 12:13 pm
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