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रसोर्इ गैस सिलेंडर की भी होती है एक्सपायरी डेट, ऐसे करें चेक, नहीं तो पड़ सकते हैं मुसीबत में

इस चेकिंग से पता चल जाएगा कि सिलेंडर कितना पुराना है, एक्सपायरी होने पर तुरंत बदल दें

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मेरठ

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Iftekhar Ahmed

Nov 16, 2017

Gas cylender

मेरठ. एलपीजी गैस सिलेंडर से रसोर्इ में हादसे बढ़ रहे हैं। इसकी बड़ी वजह यह है कि डिलीवरीमैन से सिलेंडर लेते समय लोग यह ध्यान नहीं रखते कि जो सिलेंडर ले रहे हैं, वह सही है भी या नहीं। गैस डिलीवरी मैन से उसकी वॉल्व चेक करा लेनी चाहिए। इसके अलावा सिलेंडर की एक्सपायरी डेट भी चेक करना भी बहुत जरूरी है। इसे आप खुद चेक कर सकते हैं, क्योंकि अधिकतर डिलीवरीमैन को भी पता नहीं होता है कि सिलेंडर की एक्सपायरी डेट कैसे चेक करते हैं। इसलिए इसे खुद चेक करके हादसे की संभावना से बच सकते हैं।

एक्सपायरी डेट ऐसे करें चेक

किसी भी सिलेंडर की एक्सपायरी डेट की जांच करनी बहुत जरूरी है। वरना सिलेंडर से हादसे की संभावना बढ़ जाती है। इसके लिए सिलेंडर के उपरी भाग पर गोल रिंग जिन तीन पट्टियों पर टिका होता है। इनमें से एक पट्टी पर काले रंग से सिलेंडर की एक्पायरी डेट लिखी होती है, लेकिन लोग इसे समझ नहीं पाते और न ही सिलेंडर आपके घर पहुंचाने वाला ही इसे इसे समझ पाता है। इनमें ए, बी, सी, डी के साथ दो अंकों में नंबर होता है। यह इनकी एक्सपायरी वर्ष का संकेत है। इन्हें एक साल के तीन महीने में बांट लेते हैं। ए के साथ जनवरी, फरवरी व मार्च, बी के साथ अप्रैल, मर्इ व जून, सी के साथ जुलार्इ, अगस्त व सितंबर और डी के साथ अक्टूबर, नवंबर व दिसंबर महीने रखते हैं। मान लिया किस सिलेंडर की उपरी पट्टी पर डी 20 लिखा है, इसका मतलब है कि सिलेंडर की एक्सपायरी डेट वर्ष 2020 की चौथी तिमाही के महीने अक्टूबर से दिसंबर के बीच की है। इसी तरह सिलेंडर पर ए18 लिखा हो तो वर्ष 2018 में ए के अंतर्गत आने वाले महीने जनवरी, फरवरी व मार्च में एक्सपायरी डेट मानी जाएगी। इस तरह जांच करने के बाद सिलेंडर से जुड़े हादसों से बचा जा सकता है। मेरठ एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष नमो जैन का कहना है कि सिलेंडर लेने से पहले लोगों को इसकी जांच करवा लेनी चाहिए। साथ ही यह जांच लेना चाहिए कि सिलेंडर की कंडीशन क्या है। वह पट्टी पर अंकित नंबरों से जांची जा सकती है।

केस 1- हाल ही में 11 नवंबर को बागपत जनपद में बड़ौत के एक घर में खाना बनाते समय एलपीजी सिलेंडर लीक होने के कारण आग लग गर्इ। इसमें एक महिला समेत दस लोग झुलस गए। सिलेंडर लेते समय सिलेंडर की न तो एक्सपायरी डेट चेक की गर्इ थी और न ही उसकी वॉल्व।

केस 2- चार जुलार्इ को मेरठ के लिसाड़ी गेट के सिद्दीक नगर में शादी वाले घर में चाय बनाते समय सिलेंडर फट गया। बताया गया कि सिलेंडर पुराना था और चेक नहीं किया गया था। चाय बनाते समय गैस लीक हो रही थी। इससे यहां आग लग गर्इ। उस समय लोग शादी का सामान उतार रहे थे। इसमें चार बच्चों समेत 12 लोग बुरी तरह झुलस गए थे। यहां भी सिलेंडर की एक्सपायरी डेट चेक नहीं की गर्इ थी।