बकरीद के मौके पर आज जेन समाज ने 250 बकरों को कुर्बानी होने से बचा लिया। जैन समाज ने 250 बकरों को जीवनदान दिलवाया।
इस्लाम धर्म के अनुसार बकरीद पर कुर्बानी देना एक रस्म है जो कि जरूरी होती है। लेकिन बागपत के पशु प्रेमी जैन समाज ने बकरीद के दिन 250 बकरों को कुर्बान होने से बचा लिया और उन्हें जीवनदान दिया है। वहीं जैन समाज के इस कार्य की सराहना हो रही है।
बागपत जिले में बकरीद पर पशु प्रेम का अनोखा मामला सामने आया। यहां अमीनगर सराय क्षेत्र में ईद उल अजहा पर कई जगहों पर कुर्बानी के लिए लाए करीब 250 बकरे खरीदकर जैन समाज के लोगों ने उनको जीवनदान दिया। इन्हें जीव दया संस्थान की बकराशाला में रखवाया है। इसी के साथ जैन समाज के लोगों ने बकरों के भरण पोषण के लिए चंदा दिया।
अमीनगर सराय कस्बे में जैन समाज के जीव दया संस्थान की बकराशाला 2016 से संचालित हो रही है। जहां बकरों को रखते हैं। बकराशाला में बकरों के चारा व दवाईयों की व्यवस्था की जाती है। बताया जाता है कि ईद उल अजहा पर्व के अवसर पर कुर्बानी के लिए अलग-अलग जगहों पर लाए 250 बकरों को जैन समाज ने बाजार से अधिक दाम देकर खरीदा। ऐसा कर उन्हें जीवनदार दिया गया है।
बकराशाला के प्रधान विनोद जैन, विरेंद्र जैन ने बताया कि हर साल बकरीद से पहले देशभर में जैन समाज के लोग बकरे खरीदकर उनको जीवनदान देने का काम करते हैं। सभी बकरों को बकराशाला में रखवा दिया जाता है। बकराशाला में बकरों के पालन पोषण की व्यवस्था जैन समाज के लोग करते हैं। उन्होंने बताया कि इस बार बकराशाला में पिछले दस दिन में 250 बकरे आए हैं। जिनकी कीमत करीब बीस लाख रुपए से ज्यादा है। बकराशाला में इस समय 450 से अधिक बकरे रखवाए हैं।