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इस हिन्दूवादी संगठन ने गणतंत्र दिवस को मनाया काला दिवस के रूप में, देखें वीडियो

कहा- राष्ट्र आज विभाजन की कगार पर खड़ा है

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इस हिन्दूवादी संगठन ने गणतंत्र दिवस को मनाया काला दिवस के रूप में, देखें वीडियो

मेरठ। मेरठ महानगर में हिन्दू महासभा ने गणतंत्र दिवस को काला दिवस के रूप में मनाया। इस दौरान हिन्दू महासभा के कार्यालय पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें हिन्दू महासभा के अभिषेक अग्रवाल ने मांग की है कि भारतीय संविधान के धर्म निरपेक्ष स्वरूप को निरस्त किया जाए। उन्होंने इस संबंध में ज्ञापन राष्ट्रपति को भेजा है। जिसमें कहा गया है कि आज के ही काले दिन तत्कालीन सत्तालोलुप राजनेताओं ने विधर्मियों व विदेशियों के घृणित षडयंत्र की वजह से राष्ट्र को छदम धर्मनिरपेक्ष संविधान प्रदान किया था, जबकि उस समय से तीन साल पूर्व ही भारत का विभाजन को भी द्रोही नेताओं ने स्वीकार किया था। उसी घृणित राष्ट्र द्रोही षडयंत्र के कारण इस्लामी देश पाकिस्तान बना था।

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अभिषेक ने आरोप लगाया कि आज के गणतंत्र दिवस के छल प्रपंच में फंसकर, धर्म निरपेक्ष भारत विधर्मियों, विदेशियों, आतंकियों की सुरक्षित शरणस्थली बन गया है। आज प्रतिदिन सीमाओं पर आक्रमण हो रहे हैं। राष्ट्र के भीतर आतंकी गतिविधियों में प्रतिदिन निरपराध नागरिकों को मारा जा रहा है। हिन्दू महासभा ने कहा कि राष्ट्र विभाजन के कगार पर खड़ा है। जम्मू-काश्मीर में हजारों हिन्दू मारे जा रहे हैं। राष्ट्र की सीमाओं को हिन्दू विहीन किया जा रहा है। अभिषेक अग्रवाल ने कहा कि राष्ट्र की सभी सीमाओं पर हो रहे उत्पात, राष्ट्र को गौरी, गजनी के काल का स्मरण करा रहे हैं। इन विषम परिस्थितियों में राष्ट्र में चारों ओर सुरक्षा बल ही देश द्रोहियों से लोहा ले रहे हैं।

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आरोप लगाया कि राष्ट्र के धूर्त राजनेताओं के कारण राष्ट्र की न्यायिक, वैधानिक व्यवस्था पंगु होकर रह गई है। सभी दल अपने अपने स्वार्थ सिद्धि में लगे हैं। ऐसे में जबकि राष्ट्र को ही खतरा हो तो गणतंत्र दिवस को काला दिवस के रूप में मनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसीलिए हिन्दू महासभा गणतंत्र दिवस को काला दिवस के रूप में मना रही है।