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BJP MLA संगीत सोम पर हुए हमले को हिंदू महासभा के नेता ने बताया केंद्र और प्रदेश सरकार की मिली भगत

खुफिया एजेंसियां, फाेरेंसिक टीम आैर सीआरपीएफ की आेर से भी मामले की जांच की जा रही है, लेकिन नतीजा सिफर है।

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मेरठ

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Rahul Chauhan

Sep 29, 2018

मेरठ। भाजपा के सरधना विधायक संगीत सोम के मेरठ कैंट स्थित आवास पर निष्क्रिय हैंड ग्रेनेड बम फेंकने आैर अंधाधुंध फायरिंग के मामले में पुलिस अफसरों के सामने इतनी गुत्थियां हैं, जिन्हें सुलझाने में उन्हें कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। दरअसल, कैंट के जिस इलाके में बिना हेलमेट आैर कार की सीट बेल्ट को चेक किए बगैर घुसने नहीं दिया जाता है। इतने सुरक्षित इलाके में इस हमले ने सबको हिलाकर रख दिया है। मामला शासन तक भी पहुंच गया है। खुद एसएसपी अखिलेश कुमार इस मामले की जांच कर रहे हैं। करीब एक दर्जन टीमें पुलिस अफसरों ने लगा रखी हैं।

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खुफिया एजेंसियां, फाेरेंसिक टीम आैर सीआरपीएफ की आेर से भी मामले की जांच की जा रही है, लेकिन नतीजा सिफर है। हालांकि एसएसपी ने इस बात का दावा किया है कि इस घटना में शामिल हमलावरों की शीघ्र गिरफ्तारी की जाएगी। सरधना विधायक संगीत सोम का कहना है कि उनका किसी पर संदेह नहीं है आैर पुलिस जांच पर पूरा भरोसा है। एेसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवार्इ होनी चाहिए। वहीं इस मामले पर हिंदू महासभा के जिलाध्यक्ष अभिषेक अग्रवाल ने कहा कि इस हमले में केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार और आतंकियों की मिलीभगत है। जब भाजपा के विधायक ही सुरक्षित नहीं तो जनता का क्या होगा। साथ ही उन्होंने इसके राजनीतिक स्टंट होने की बात भी कहते हुए घटना की सीबीआई जांच की मांग की।

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यह गुत्थी किसी को नहीं आ रही समझ
विधायक संगीत सोम के कैंट स्थित घर से मिले बिना डेटोनेटर के हैंड ग्रेनेड से वह कैप भी गायब थी, जो डेटोनेटर को कवर करने के लिए लगाई जाती है। गुरुवार की देर रात विधायक के साथ एस्कॉर्ट में चलने वाली जिप्सी की छत पर यह कैप पड़ी मिली। हमले के बाद से जिप्सी पेट्रोल पंप और सरधना तक गई, फिर भी कैप नहीं गिरी। इससे सवाल खड़े हो रहे हैं। बहरहाल पुलिस ने उसे अपने कब्जे में ले लिया है। डेटोनेटर अभी भी पुलिस को नहीं मिला है।

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सूत्रों का कहना है कि जब गुरुवार को पुलिस मौके पर कैप की तलाश कर रही थी तभी विधायक के कुछ लोगों ने बताया कि एक वस्तु जिप्सी की छत पर भी पड़ी है। पुलिस ने देखा तो वह हैंड ग्रेनेड की कैप थी। यहां पर सवाल उठता है कि आखिर हैंड ग्रेनेड जमीन पर नीचे पड़ा था, उसकी कैप जिप्सी पर कैसे पहुंच गई, जबकि डेटोनेटर भी हैंड ग्रेनेड में नहीं था। हैंड ग्रेनेड पर गोबर लगा होने से साफ है कि वह काफी पुराना है। उसकी पिन भी गायब थी। पिन भी होती तो बिना डेटोनेटर के नहीं फट सकता था। एसएसपी ने बताया कि हैंड ग्रेनेड के पीछे लगने वाली कैप पुलिस को मिल गई है। हैंड ग्रेनेड के साथ-साथ इस कैप को भी जांच के लिए भेजा जाएगा।

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सरधना विधायक के आवास पर ग्रेनेड आैर फायरिंग की घटना के बाद पुलिस व अन्य एजेंसियां जांच में जुटी हुर्इ है, हालांकि अभी कोर्इ भी एेसा क्लू नहीं मिला है, जिस पर काम किया जाए, इसलिए शुरू से अब तक इस घटना से जुड़े हर बिन्दुआें पर जांच हो रही है। पुलिस 42 सीसीटीवी फुटेज, 800 सीडीआर आैर बीटीएस की भी गहनता से जांच कर रही है। हालांकि एसएसपी अखिलेश कुमार का कहना है कि जांच जल्दी ही नतीजे तक पहुंचेगी।