यह भी पढ़ें-
फूड की होम डिलीवरी करने वालों से सावधान, Swiggy ब्वॉयज की करतूत का बड़ा खुलासा वहीं, व्यापारी के बेटे ने अपने पिता का परिचय देते हुए बताया कि वे भाजपा के पदाधिकारी भी हैं। इस पर दरोगा ने अभद्रता करते हुए कहा कि बहुत देखे हैं ऐसे भाजपा पदाधिकारी और दरोगा ने जबरन चालान भी काट दिया। भाजपा पदाधिकारी और व्यापारी ने इस संबंध में सीओ सिविल लाइन से कार्रवाई करने की मांग की है। वहीं, इस मामले में भाजपा कार्यकर्ताओं ने एसएसपी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। एसएसपी कार्यालय में शिकायत सुन रहे एसपी क्राइम रामअर्ज से एसओ मेडिकल और दरोगा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। जिस पर एसपी ने एसओ और दरोगा के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया, लेकिन भाजपाई तत्काल ही एसओ मेडिकल और दरोगा को लाइन हाजिर करने की मांग पर अड़े रहे। एसपी ने भाजपाइयों को दरोगा को लाइनहाजिर कर एसओ को मेडिकल से हटाने का अश्वासन दिया। इसके बाद ही भाजपाई शांत हुए।
अपनी ही सरकार पर पुलिस पर लगाए आरोप भाजपाइयों ने अपनी ही सरकार में पुलिस पर निरंकुश होने का आरोप लगाया है। भाजपाइयों का कहना था कि पुलिस निरंकुश हो गई है। बता दें कि मेरठ में यह तीसरा ऐसा मामला है, जब भाजपाइयों को पुलिस की तानाशाही का शिकार होना पड़ा है। इससे पहले भी खाकी भाजपाइयों पर भारी पड़ चुकी है।