
मेरठ। दुपिया और अन्य गाड़ियों के वाहनों की चेकिंग पर इन दिनों ट्रैफिक पुलिस की कड़ी निगरानी चल रही है। ऐसा पहली बार हुआ है कि पुलिस विभाग के लोगों के भी चालान काटे जा रहे हैं। अभी तक मजिस्ट्रेट की गाड़ी का भी चालान काटा जा चुका है तो कई पुलिसकर्मियों के दुपहिया वाहनों के चालान कट चुके हैं। पुलिस और ट्रैफिक पुलिस सघन चेकिंग अभियान शहर में चला रही है। शहर के प्रमुख चैराहों पर लंबी-लंबी कतारों के बीच वाहनों के कागाजातों की चेकिंग की जा रही है। मोटर व्हीकल एक्ट को लेकर मेरठ पुलिस पूरी तरह सख्त है। आईजी आलोक सिंह और एसएसपी अजय साहनी के निर्देश पर पुलिस ने रविवार के बाद सोमवार की सुबह चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान पुलिसकर्मियों समेत 450 से ज्यादा वाहनों के चालान काटे गए।
पुलिस लाइन के सामने इंस्पेक्टर का चालान कटा
पुलिस शहर और देहात में सभी प्वाइंटों पर पुलिस सघन चेकिंग अभियान चला रही है। लोग उस समय हैरान हो रहे हैं, जब पुलिसवालों के भी चालान कटते देख रहे हैं। इसी तरह का वाकया पुलिस लाइन के सामाने देखने को मिला, जब यहां खड़े ट्रैफिक निरीक्षक सुनील कुमार ने बाइक पर हेलमेट नहीं पहने एक इंस्पेक्टर को रोक लिया और हेलमेट नहीं होने पर चालान काट दिया। इस पर यह इंस्पेक्टर बिगड़ गया और सुनील पर काफी आगबबूला हुआ। जब ट्रैफिक पुलिस नहीं मानी तो इंस्पेक्टर बाइक वहीं छोड़कर पैर पटकते हुए वहां से चला गया। बाद में पुलिस ने इंस्पेक्टर की बाइक ट्रैफिक आफिस भिजवायी। विदित है कि पुलिस महानिरीक्षक ओपी सिंह ने एक सर्कुलर जारी किया। इसमें एमवी एक्ट का उल्लंघन करने वाले पुलिसकर्मियों के चालान काटने के निर्देश सभी एसएसपी को दिए गए हैं।
Published on:
09 Sept 2019 10:20 am
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