
मेरठ। जिलाधिकारी अनिल ढींगरा के पर्यावरण के प्रति सतर्क हो गए हैं। उन्होंने पर्यावरण के लिए ग्रहण बने जिले के सभी भट्टा संचालकों को निर्देश दिए थे कि वे मानक के अनुरूप कार्य करें। कोर्इ बिना मानक के भट्टे का संचालन करता पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। इसी कड़ी में उन्होंने गुरुवार को भट्टों पर छापेमार कार्रवाई के निर्देश दिए। एडीएम वित्त एवं राजस्व आनन्द कुमार ने बताया कि खनन एवं प्रदूषण विभाग के अफसरों ने मवाना क्षेत्र में छह भट्टों पर कार्रवाई की।
छापामार कारवाई के दौरान भट्टे बिना मानकों के संचालित मिले। जिनको तत्काल बंद कराने तथा प्रदूषण एवं खनन अफसरों को नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिए। एडीएम वित्त ने बताया कि न्यायालय के आदेंशों के क्रम में मवाना क्षेत्र के भट्टों पर छापेमारी की कार्रवाई की गर्इ। छापामार कार्रवाई में 6 भट्टे बिना ईसी प्रमाण पत्र के संचालित मिले, जिस पर उन्होंने तत्काल उन्हें बंद कराकर प्रदूषण एवं खनन विभाग के अफसरों को कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने एसडीएम मवाना को निर्देश दिए कि यदि इन भट्टों का संचालन दोबारा पाया जाए, तो सम्बंधित भट्टा संचालक के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराते हुए र्इंटों की नीलामी कराएं। छापामार कार्रवाई के दौरान खनन विभाग, प्रदषूण विभाग, राजस्व एवं पुलिस विभाग के अफसर उपस्थित रहे।
इन भट्टों पर की गई कार्रवाई
उन्होंने बताया कि छापेमारी मारूफ ब्रिक फिल्ड अतलपुर, संतोष ब्रिक फिल्ड चितवाना शेरपुर, हर्षी ब्रिक फिल्ड दयालपुर, देख ब्रिक फिल्ड खटकी, गणेश ब्रिक फिल्ड इण्डस्ट्रीज खटकी व जेके फिल्ड विग तिगरी मवाना के कुल छह भट्टे बिना मानकों के संचालित मिले हैं।
संलिप्ता पर अधिकारी, कर्मचारी भी नपेंगे
उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जनपद में बिना मानकों के किसी भी भट्टें का संचालन होने नहीं दिया जाएगा। ऐसी छापेमारी की कार्रवाई भविष्य में भी जारी रहेगी। उन्होंने कहा है कि यदि बिना मानकों के संचलित भट्टों में किसी भी अधिकारी या कर्मचारी की संलिप्ता पायी जाती है तो संबधित के विरूद्ध शासन को अवगत कराते हुए कड़ी कार्रवाई अमल में लायी जाएगी।
Published on:
12 Apr 2018 09:09 pm
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