
हाईटेक कावंड़ यात्राः पहली बार इस साॅफ्टवेयर के जरिए रखी जाएगी नजर, जानिए इसकी क्या है खासियत
मेरठ। इस बार कांवड़ यात्रा कई मायने में हाईटेक होगी। मेरठ में शुक्रवार को प्रदेश स्तर के अधिकारियों की हुई समीक्षा बैठक में भी यह निर्देश दिए गए कि कांवड़ यात्रा से जुड़े अधिकारी खुद को अपडेट रखें और अपने क्षेत्रों का वाट्स एेप ग्रुप बनाकर कांवड़ यात्रा के बारे में अधिक से अधिक जानकारी उपलब्ध कराएं। कांवड़ यात्रा को लेकर उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव (गृह) अरविन्द कुमार आैर डीजीपी आेपी सिंह ने समीक्षा बैठक की। इसी को ध्यान में रखते हुए आज आयुक्त सभागार में हुई बैठक में आयुक्त मेरठ अनीता सी. मेश्राम ने कहा कि एक साॅफ्टवेयर बनाया जा रहा है, जिससे गूगल मैप पर जियो मैपिंग की जा रही है, जिससे हाॅस्पिटल, दुकानों, शिविर, ढाबे, मेडिकल स्टोर आदि आसानी से देखे जा सकेंगे तथा उस क्षेत्र से सम्बंधित एसडीएम, थानाध्यक्ष, शिविर संचालक व निजी व सरकारी अस्पतालों के नम्बर भी दर्ज होंगे। उन्होंने बताया कि यह साॅफ्टवेयर अधिकारियों को दे दिया जाएगा, जिसको वे अपने मोबाइल पर अपलोड कर संचालित कर सकेंगे। इससे कांवड़ यात्रा को सफल बनाने में सहायता मिलेगी।
कमी पकड़े जाने में सहायक होगा साॅफ्टवेयर
उन्होंने बताया कि साॅफ्टवेयर की मदद से पूरी कांवड़ यात्रा पर नजर रखी जाए सकेगी। यह साॅफ्टवेयर उस परिस्थिति में भी मददगार होगा जब कहीं कोई संदिग्ध परिस्थिति दिखाई देगी या फिर कांवड़ यात्रियों को कोई परेशानी होगी। मोबाइल पर इस साफ्टवेयर की मदद से पूरे कांवड़ रूट की मैपिंग हो सकेगी और पूरा रूट दिखाई देगा। उन्होेंने कहा कि यह साफ्टवेयर कांवड़ यात्रा से जुड़े सभी प्रदेशों के अधिकारियों और कर्मचारियों के मोबाइल पर डाउनलोड होगा। इसके लिए अधिकारियों की कार्यशाला भी कराई गई है। जिससे वे इसको पूरी तरह से जान सकें और इसे आपरेट कर सकें। ऐसा पहली बार हो रहा है जबकि किसी साॅफ्टवेयर की मदद से कांवड़ यात्रा पर नजर रखी जा सकेगी। इस अवसर पर मण्डलायुक्त मुरादाबाद, सहारनपुर, डीआईजी मेरठ, एसएसपी हरिद्वार, एसपी यमुनानगर सहित सभी जिलाधिकारियों एवं पुलिस अधिकारियों ने अपने-अपने जिले का प्रस्तुतिकरण दिया।
Published on:
20 Jul 2018 05:26 pm
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