
मेरठ। पिछले कई वर्षों से पार्टी की मुख्य धारा से अलग—थलग पड़े पश्चिम उप्र के दिग्गज भाजपा नेता डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी को मप्र का राज्यपाल नियुक्त किए जाने की खबर सोशल मीडिया पर शनिवार दोपहर तक चलती रही। कई वाटसएप ग्रुपों पर उनके राज्यपाल बनाए जाने के बाद बधाई भी दी गई। हालांकि उनके राज्यपाल बनाए जाने की कोई पुष्टि दोपहर बाद तक भी नहीं हो पाई थी। खुद लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने इसका खंड़न किया और कहा कि उनको इसकी कोई जानकारी नहीं है। इसके बाद उन्होंने अपना मोबाइल स्विच आफ कर लिया।
दरअसल, सुबह से ही मेरठ के वाट्सएप ग्रुपों और सोशल मीडिया पर पश्चिम उप्र के दिग्गज भाजपा नेता डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी को मप्र के राज्यपाल नियुक्त होने की खबरें तैरती रही। वाटसएप ग्रुपों पर चल रही इस प्रकार की सूचना से जहां भाजपाइयों में हर्ष की लहर दौड़ गई। वहीं उनके घर पर बधाई देने वाले भी पहुंचने शुरू हो गए।
बता दें कि भाजपा नेता डा0 लक्ष्मीकांत वाजपेयी मेरठ शहर विधानसभा से विधायक रह चुके हैं। इसके अलावा वे प्रदेश में दुग्ध विकास राज्यमंत्री भी रहे हैं। इसके बाद डा0 लक्ष्मीकांत वाजपेयी को प्रदेश का अघ्यक्ष भी बनाया जा चुका है। पिछले काफी समय से लक्ष्मीकांत वाजपेयी सक्रिय राजनीति में वनवास काट रहे थे। पार्टी में वे अलग—थलग पड़े हुए हैं। लेकिन जैसे ही डा0 वाजपेयी के राज्यपाल बनने की खबर सोशल मीडिया में तैरने लगी। उनके समर्थकों के चेहरे पर चमक आ गई।
Updated on:
08 Aug 2020 10:40 pm
Published on:
08 Aug 2020 10:38 pm
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