
मेरठ। लोगों के साथ ऑनलाइन ठगी करने वाले महा ठग प्रदीप सिंघल को साइबर क्राइम सेल ने क्राइम ब्रांच के साथ मिलकर आखिरकार गिरफ्तार कर ही लिया है। पुलिस ने इनके पास से कुछ कागजात भी बरामद कर लिए हैं, जबकि इस ग्रुप के कई सदस्य अभी फरार हैं, जिनकी धरपकड़ के लिए पुलिस ने टीमें बनार्इ हैं।
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नोट बंदी में उबरने के लिए प्लान
पुलिस की गिरफ्त में अाया अपराधी प्रदीप सिंघल नॉर्मल अपराधी नहीं है, बल्कि शातिर और मास्टरमाइंड अपराधी है, जिसने नोट बंदी के महासंकट के दौरान भी आसानी से पैसा कमाने का प्लान बना लिया। इसने साथी ललित शर्मा, राजकुमार यादव और सोनिया सिंह जैसे 11 लोगों के साथ मिलकर गाजियबाद में एक ऑनलाइन कम्पनी शुरू कर दी। इन्होंने लोगों को गाड़ी, विश्व टूर और पैसे डबल करने का झांसा दिया। इसमें इन्होंने प्रत्येक व्यक्ति से डेढ़ लाख रुपये अपने बैंक अकाउंट में डलवाकर अपनी साइट पर यूजर और पासवर्ड दे दिया, जिसमे कुछ विज्ञापन पर लाइक करके प्रति विज्ञापन पर 5 रू प्राप्त होने का झांसा दिया, काफी लोगों ने इनको अपनी मेहनत की कमाई देकर काम शुरू कर दिया, जिसके बाद इन्होंने करोड़ों रूपये एकत्र करके कम्पनी बंद कर दी।
थाना नौचंदी में दर्ज हुआ मुकदमा
इसमें मेरठ के कस्टमरों ने इनके खिलाफ थाना नौचंदी में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करा दिया। इसके बाद फर्जी कम्पनी का खुलासा हो गया। एसपी क्राइम शिवराम यादव का कहना है कि इस कम्पनी की जांच साइबर क्राइम सेल ने की। इसमें खुलासा हुआ कि यह कम्पनी फ़र्ज़ी थी, इसका कोई रजिस्ट्रेशन नहीं था, और इन्होंने मनी डबल के नाम पर करोड़ों ठग लिए, जिसमें इनके बैंक अकाउंट में काफी पैसे थे। साथ ही इन्होंने 4 बैंकों के खाते खुलवाए थे और चारों खातों में 30 करोड़ रूपये का लोन भी लिया था, जिसकी परतें अब खुलनी शुरू हो गई है। इस मामले में अभी तक एक ही आरोपी गिरफ्तार हुआ है।
Published on:
10 Mar 2018 08:59 pm
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