8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

मायवाती ने किया बड़ा ऐलान, अब किसी उपचुनाव में बसपा नहीं करेगी सक्रिया भागीदारी

उपचुनाव को लेकर मायावती ने दिया बड़ा बयान।

2 min read
Google source verification
mayawati gave big statement on byelection

मेरठ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोमवार को बड़ा ऐलान कर दिया है। मायावती ने साफ कहा कि अब बसपा किसी भी उपचुनाव में सक्रिया भागीदारी नहीं करेगी। दरअसल, फूलपुर और गोरखपुर उपचुनाव के बाद कयास लगाया जा रहा था कि कैराना और बिजनौर में बसपा सक्रिया भूमिका निभाएगी। लेकिन, इस ऐलान के साथ ही सारी अटकलों पर विराम लग गई।

मायावती ने चुनाव से पहले लिया बड़ा फैसला

एक तरफ जहां कैराना और बिजनौर में उपचुनाव को लेकर महागठबंधन अपनी तैयारी में जुटने की कोशिश में है। वहीं, इस कोशिश के बीच महागठबंधन की बडी पार्टी बसपा की सुप्रीमो ने यह ऐलान कर दिया है कि बीएसपी अब आगामी किसी भी उपचुनाव में गोरखपुर व फूलपुर लोकसभा उपचुनाव की तरह सक्रिय भागीदारी नहीं करेगी। उन्होंने कहा है कि बीएसपी को अब अपनी पूरी ताकत सर्वसमाज में पार्टी के जनाधार को बढाने, संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत बनाने व लोकसभा चुनाव की तैयारी में लगानी है। इसके अलावा हालात को पूरी तरह से अपने पक्ष में करने का पूरे जी-जान से प्रयास करना है। उन्होंने कहा कि बीएसपी के सभी समर्थक व अनुयायी पूरी तरह से मूवमेंट के साथ खडे हैं। साथ ही सर्व समाज का थोड़ा और वोट प्राप्त करके परिस्थिति को अपने पक्ष में किया जा सकता है।

राज्यसभा चुनाव के बाद बीएसपी सुप्रीमो ने बदला पैतरा

बीएसपी सुप्रीमो ने प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के बाद राजनैतिक पैतरा बदल दिया है। पहले जहां वे महागठबंधन की गोरखपुर और फूलपुर जीत से उत्साहित नजर आ रही थी और उन्हें उस जीत के बाद उम्मीद लग रही थी कि समाजवादी पार्टी उनके पार्टी के एकमात्र राज्यसभा प्रत्याश को जीत दिलवाएगी। लेकिन, ये संभव नहीं हो सका। राज्यसभा की सीट भी गई और मायावती के हाथ कोई राजनैतिक लाभ भी महागठबंधन के बाद नहीं लगा। जिससे वे अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रही है। इसी कारण उन्होंने कैराना और बिजनौर उपचुनाव से खुद को दूर करने का ऐलान किया है। प्रदेश में तेजी से बदलते हुए राजनीति हालात व सामाजिक समीकरण एवं आपनी तालमेल पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए मायावती ने कहा कि बहुत मजबूरी में ही सही अगर सर्वसमाज के गरीब, उपेक्षित व शोषित लोग एकजुट होकर वोट को अपने अन्तिम हथियार का सही राजनीतिक इस्तेमा करके सत्ता की मास्टर चाबी अपने हाथ में हासिल कर लेते हैं, तो एक कल्याणकारी सरकार का उनका सपना पूरा हो सकता है।